-सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल एवं पीएचसी में चिकित्सकों के ड्यूटी रोस्टर को सिविल सर्जन द्वारा किया जाएगा अनुमोदित
-सभी जिला स्तरीय चिकित्सीय पदाधिकारी एवं पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी निर्धारित संख्या में प्रतिमाह अस्पतालों की करेंगे नियमित जांच
Biharsharif/Avinash pandey: जिलाधिकारी शशांक शुभंकर गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सवास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों को बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने को कहा। चिकित्सक निर्धारित रोस्टर के अनुरूप उपस्थित हों, मरीजों को तुरंत चिकित्सीय सहायता मिले, इन्हें दवाइयां उपलब्ध हो आदि जैसी बुनियादी चीजों को प्राथमिकता देना है। सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल एवं पीएचसी में चिकित्सकों का रोस्टर सिविल सर्जन के स्तर से अनुमोदित किये जाने का निदेश दिया गया। रोस्टर युक्तिसंगत हो, इसे सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। अनुमोदित रोस्टर के अनुरूप चिकित्सकों के उपस्थिति की नियमित रूप से जांच कराई जायेगी। अस्पतालों की साफ-सफाई के लिए आउटसोर्सिंग की व्यवस्था को दुरुस्त रखने का निदेश दिया गया। इंडोर मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था निविदा के माध्यम से की गई है, जहाँ भी एजेंसी द्वारा शिथिलता बरती जा रही है,इसके बारे में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रिपोर्ट करें। सबंधित एजेंसी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
अस्पतालों में बेडशीट एवं अन्य कपड़ों की धुलाई के लिए नियमानुसार आउटसोर्सिंग एजेंसी के साथ इकरारनामा करके व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों के लिए पीएचसी, एपीएचसी, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के नियमित निरीक्षण के लिए न्यूनतम संख्या निर्धारित करते हुए आदेश निर्गत करने को कहा गया। सभी पदाधिकारी प्रत्येक माह निर्धारित संख्या में निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे। इसी प्रकार सभी एमओआईसी को भी प्रतिमाह प्रखण्ड के सभी एपीएचसी, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर एवं अन्य स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों का निरीक्षण बार-बार नियमित रूप से सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।प्रत्येक निरीक्षण के स्पष्ट प्रतिवेदन समर्पित करने को कहा गया।
निरीक्षण के क्रम में पाई गई ख़ामियों को दूर करने के लिए उनके द्वारा की गई कार्रवाई की जिलाधिकारी द्वारा नियमित समीक्षा की जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र वार इलाज कराने वाले मरीजों का आंकड़ा संकलित कर अगले महीने की बैठक में प्रस्तुत करने का निदेश दिया। इसकी नियमित समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी। दिसंबर माह में 148 सिजेरियन प्रसव किया गया। इनमें से सदर अस्पताल में 138, अनुमंडलीय अस्पताल हिलसा में 2 तथा अनुमंडलीय अस्पताल राजगीर में 8 सिजेरियन किये गए।
जिलाधिकारी ने दोनों अनुमंडलीय अस्पतालों में नियमित रूप से सिजेरियन प्रसव की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। इसके लिए विभागीय प्रावधान के अनुरूप बाहर से एनेस्थीसिया के डॉक्टर की सेवा लेने को कहा गया। जिलाधिकारी ने बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा। उन्होंने कहा कि मार्च महीने के प्रथम सप्ताह में ही आज दिए गए निदेशों के अनुपालन की विस्तृत समीक्षा की जाएगी। बैठक में सिविल सर्जन, डीपीएम, स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी एमओआईसी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आदि उपस्थित थे।
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