नालंदा: जिलाधिकारी ने की आपूर्ति विभाग की समीक्षा

नालंदा

— हर महीने की 12 वीं तारीख तक शत प्रतिशत खाद्यान्न डोर स्टेप डिलीवरी के ट्रांसपोर्टर अनिवार्य रूप से डीलर तक पहुचना करें सुनिश्चित, अन्यथा उनके विरुद्ध होगी कार्रवाई

Biharsharif/Avinash pandey: जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने आज आपूर्त्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा की।फरवरी एवं मार्च के खाद्यान्न के संबंध में पाया गया कि दोनों माह को मिलाकर लगभग 57 प्रतिशत खाद्यान्न डीलरों के पास पहुंचाया गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि अप्रैल माह से हर माह की 12 वीं तारीख तक डोर स्टेप डिलीवरी के ट्रांसपोर्टर अनिवार्य रूप से शत प्रतिशत खाद्यान्न डीलरों को पहुँचाना सुनिश्चित करेंगे।

इसके लिए इकरारनामा के अनुरूप वाहनों की उपलब्धता प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।सभी प्रखण्ड आपूर्त्ति पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक माह कम से कम 50 प्रतिशत जन वितरण प्रणाली की जाँच की जानी है तथा अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा न्यूनतम 5 प्रतिशत दूकानों की जांच की जानी है। जिलाधिकारी ने प्रखण्ड आपूर्त्ति पदाधिकारियों द्वारा बहुत ही कम संख्या में की गई जाँच पर काफी अप्रसन्नता प्रकट किया।

लक्ष्य के अनुरूप जाँच नन्हीं करने वाले प्रखण्ड आपूर्त्ति पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछा गया।सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को भी नियमित रूप से दुकानों की जाँच सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि जिला के लगभग 88 प्रतिशत राशनकार्डधारियों द्वारा खाद्यान्न लिया गया है। जिलाधिकारी ने खाद्यान्न नहीं लेने वाले राशनकार्डधारियों की कारण सहित सूची तैयार कर उपलब्ध कराने का निदेश सभी प्रखण्ड आपूर्त्ति पदाधिकारियों को दिया गया।

पीडीएस डीलरों के अनुकंपा आधारित चयन के सभी लंबित मामलों का निष्पादन 7 दिनों के अंदर सुनिश्चित करने का निर्देश जिला आपूर्ति पदाधिकारी को दिया गया। जिलाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि खाद्यान्न वितरण प्रणाली में किसी भी तरह की अनियमितता संज्ञान में आने पर संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। बैठक में उप विकास आयुक्त, जिला आपूर्त्ति पदाधिकारी श्री शशि शंकर, जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं प्रखंड आपूर्त्ति पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।