Biharsharif/Avinash pandey : अपराध के नियंत्रण में लगातार बेहतर कार्य कर रही नालंदा पुलिस को एक बार फिर कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने ई-रिक्शा लूट कांड का उद्भेदन महज 24 घंटे में करते हुए लूटे गए ई-रिक्शा को बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में तीन अपराधियों की गिरफ्तारी की है। अपराधियों के पास से पांच हजार नकद बरामद किए गए हैं। यह जानकारी राजगीर एसडीपीओ प्रदीप कुमार ने एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर पत्रकारों को दी।
एसडीपीओ ने बताया कि 4 जनवरी को राजगीर बस स्टैंड के पास से दो व्यक्ति ई-रिक्शा गांव के पास जाने के लिए रिजर्व किया तथा मछली लाने लाने का बहाना बनाकर दोनों व्यक्ति ई-रक्शा के चालक के साथ सीमा पाईन के किनारे ले गए तथा अंधेरे का लाभ उठाकर गमछा से हाथ बांध दिया तथा जबरदस्ती चाबी छीन कर चालक का ई-रिक्शा लूट कर फरार हो गए। जिस के संबंध में पीड़ित बाल्मीकि कुमार के लिखित आवेदन के आधार पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध खिलाफ सिलाव थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।
घटना को नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा गंभीरता से लेते हुए राजगीर एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। टीम में एसडीपीओ के अलावे सिलाव थाना अध्यक्ष पवन कुमार, भागन बीघा ओपी प्रभारी विनोद कुमार सहित सिलाव थाने के अन्य पुलिस पदाधिकारियों को लगाया गया। एसडीपीओ ने बताया कि महज 24 घंटे के अंदर ही इस कांड का सफल उद्भेदन कर लिया गया तथा घटना में शामिल तीन अपराधियों की गिरफ्तारी की गई।
इसके अलावा लूटे गए ई-रिक्शा एवं उससे बिक्री में प्राप्त 5 हजार की बरामदगी की गई। इस मामले में नालंदा जिले के छबीलापुर थाना क्षेत्र के सतोखरी गांव निवासी वीरेंद्र यादव के पुत्र धर्मवीर कुमार एवं अजय प्रसाद के पुत्र अंकित कुमार के अलावे भागन बीघा ओपी क्षेत्र के सामाबाद गांव निवासी उदय शंकर प्रसाद के पुत्र रामाशंकर कुमार उर्फ संटू को गिरफ्तार किया गया।