Biharsharif/Avinash pandey: अगर आप बिहार में रह रहे हैं तो आपके स्मार्टफोन में ‘इमरजेंसी अलर्ट मैसेज’ आ रहे होंगे. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये मैसेज एक परीक्षण के तौर पर भेजा जा रहा है। दरअसल राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सहयोग से दूरसंचार विभाग सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण करने जा रहा है।
इस परीक्षण का मकसद आपातकालीन स्थिति में लोगों को अलर्ट करना है, ताकि इमरजेंसी के हालातों में ज्यादा से ज्यादा लोगों की सुरक्षा की जा सके। शुक्रवार 6 अक्टूबर को ये परीक्षण बिहार में किया जा रहा है। ऐसे में मोबाइल ऑपरेटर्स बिहार के लोगों के मोबाइल में ‘इमरजेंसी अलर्ट मैसेज’ भेजेंगे। मैसेज की तेज बीप सुनकर बिल्कुल भी परेशान न हों, क्योंकि ये सिर्फ एक टेस्टिंग सैंपल मैसेज है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सरकार अगले 6-8 महीनों में सेल ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी-आधारित आपदा चेतावनी प्रणाली शुरू करने की योजना बना रही है। इस कड़ी में तमाम राज्यों में इसके लिए परीक्षण किए जा रहे हैं। बिहार में इसका परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद 10 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में, 12 अक्टूबर को कर्नाटक में और 16 अक्टूबर को गुजरात में परीक्षण होगा।
दरअसल सरकार भूकंप, सुनामी और बाढ़ जैसी आपदाओं के लिए बेहतर तैयारी के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ काम कर रही है। ऐसे में ये परीक्षण मोबाइल ऑपरेटरों और सेल प्रसारण प्रणालियों की आपातकालीन चेतावनी प्रसारण क्षमताओं की दक्षता और प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए समय-समय पर विभिन्न राज्यों में किए जा रहे हैं।
क्या है सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम
बता दें कि सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो बाढ़, भूकंप, सुनामी जैसी महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम करता है, ताकि समय रहते सुरक्षा के कदम उठाए जा सकें। सरकारी एजेंसियां और आपातकालीन सेवाएं जनता को संभावित खतरों की सूचना देने और गंभीर परिस्थितियों के दौरान महत्वपूर्ण अपडेट प्रदान करने के लिए सेल ब्रॉडकास्ट का उपयोग करती हैं।