— लूट की रकम,आधार कार्ड व अपराध में प्रयुक्त तीन एंड्राइड मोबाइल फोन बरामद
— सभी अपराधी पटना के मालसलामी इलाके के
— व्यवसाई को काफी दिनों से ले रखा था टारगेट पर
— पूरी प्लानिंग के साथ घटनास्थल को दिया था अंजाम
Biharsharif/Avinash pandey: नालंदा पुलिस ने अपराधियों की हेकड़ी निकाल दी। उनके मंसूबे को चकनाचूर कर दिया। स्वर्ण व्यवसाई लूटकांड को चुनौती के रूप में लेते हुए पुलिस ने अपराधियों को उनकी औकात दिखाते हुए वारदात के कुछ ही दिनों के भीतर उद्भेदन करते हुए लूट की 32.50 लाख रुपए के साथ चार कुख्यात सड़क लुटेरे को दबोच लिया। दरअसल 14 मई 2023 को पटना पटना जिले के आलमगंज थाना क्षेत्र के चैली डांड मोहल्ला निवासी अरुण कुमार के पुत्र राहुल कुमार अपने मित्रों के साथ कारोबार के सिलसिले में पटना से नालंदा होते हुए अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे।
जैसे ही उनकी कार हरनौत थाना क्षेत्र के रूपसपुर मुख्य सड़क पर पहुंची की अपराधियों द्वारा उनके पास रहे 32.50 लाख रुपए हथियार का भय दिखाकर लूट लिए। घटना की लिखित जानकारी व्यवसाय द्वारा हरनौत थाने में दी गई। शुक्रवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सदर एसडीपीओ डॉक्टर मोहम्मद शिब्ली नोमानी ने बताया कि पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को चुनौती पूर्वक लेते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा के निर्देश पर एक एसआईटी का गठन किया गया।
गठित एसआईटी में हमारे अलावा हरनौत थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा, हरनौत थाने के पुलिस अवर निरीक्षक संजीव कुमार, अजीत कुमार गुप्ता, तौकीर खान के अलावे जिला खुफिया इकाई के प्रभारी आलोक कुमार शामिल थे। एसआईटी द्वारा पूरे घटनाक्रम की जांच टेक्निकल तरीके से करते हुए अपराधियों तक पहुंचने में कामयाब रही। पुलिस ने इस मामले में पटना जिले के पटना सिटी थाना क्षेत्र के आगा हुसैन का चौराहा संतोषी मां की गली निवासी हरी प्रसाद के पुत्र दीपक कुमार, स्वर्गीय संजीवन सिंह के पुत्र किस्मत कुमार,
पटना सिटी थाना क्षेत्र के जंगली प्रसाद लेन थाना चौक निवासी अश्वनी कुमार के पुत्र पीयूष कुमार एवं मालसलामी थाना क्षेत्र के नगला बगीचा निवासी स्वर्गीय श्याम बाबू के पुत्र अरुण कुमार को गिरफ्तार किया, इनकी निशानदेही पर पुलिस ने लूट की रकम के अलावे व्यवसाय का आधार कार्ड सहित वारदात में प्रयुक्त किए गए 3 एंड्राइड मोबाइल की बरामदगी की। एसडीपीओ ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि लूटपाट की योजना बनाने वाले अपराधी काफी दिनों से स्वर्ण व्यवसाई की रेकी कर रहे थे। एक योजनाबद्ध तरीके से पूरे वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस की इस कार्रवाई से व्यवसायियों में हर्ष का माहौल है। एसडीपीओ ने बताया कि इस मामले में जांच अभी चल रही है।