नालंदा: पत्रकारों की आजादी सर्वोपरि: नालंदा प्रेस क्लब

नालंदा

— विश्व प्रेस दिवस की खुशी पर पत्रकारों ने काटे केक

Biharsharif/Avinash pandey : बुधवार को नालन्दा प्रेस क्लब के प्रधान कार्यालय बिहारशरीफ में सदस्यों द्वारा केक काटकर विश्व प्रेस दिवस धूमधाम से मनाया गया। क्लब के संरक्षक शिवशंकर प्रसाद ने बताया कि पत्रकारिता का मूल धर्म ख़बरों के जरिये सच को समाज के हर तबके के सामने लाना है। यह काम दिखने में जितना आसान लगता है, उतना ही कठिन भी है। ऐसे कई उदाहरण भी मिल जायेंगे, जहां पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर ख़बरों को जनता तक पहुंचाते हैं।

वही संरक्षक विजय प्रकाश ने कहा कि पत्रकार स्‍वतंत्रता मिलना बहुत जरूरी है। ताकि, वह जनता के बीच सच को मजबूती से रख सके। इसी उदेश्य से प्रेस स्‍वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। नालन्दा प्रेस क्लब के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि विश्‍व प्रेस स्‍वतंत्रता दिवस की शुरूआत 1991 में शुरू हुई और यह शुरुआत अफ्रीका के पत्रकारों ने प्रेस की आजादी के लिए पहली बार अपनी आवाज बुलंद की थी। 03 मई को प्रेस की आजादी के सिद्धांतों को लेकर एक बयान भी जारी किया गया था।

इसे डिक्लेरेशन ऑफ विंडहोक के नाम से जाना जाता है। फिर दो साल बाद संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 1993 में पहली बार विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाने की घोषणा की थी। तभी से हर साल 03 मई को विश्‍व प्रेस स्‍वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस दौरान नालन्दा प्रेस क्लब के द्वारा अपने क्लब के पदाधिकारियों व सदस्यों को कलम और नोटबुक देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान उपाध्यक्ष संजीव राज,सचिब सूरज कुमार,कोषाध्यक्ष मनोज कुमार सिन्हा, मीडिया प्रभारी रजनीश किरण , कार्यालय प्रभारी शंकर कुमार सिन्हा,आरजू बक्स,मनीष कुमार, विनय शंकर उर्फ पिंकू जी,राजीव लोचन, संजीव कुमार बिट्टू, राजीब रंजन, श्याम किशोर भारती, राजीव रंजन पांडे, राकेश कुमार ,अभिषेक रंजन, पंकज कुमार, राकेश पासवान, डीकल कुमार, रविशंकर, सुशील कुमार सिन्हा, मो हसनैन आलम, अन्नू कुमार , नवीन कुमार ,रवि कुमार, बिपिन कुमार, मुकुलनाथ सिन्हा, आशुतोष कुमार, राजेश शर्मा, सुमन्त राज,बिकास कुमार,सुनील कुमार,मो दानिश सहित अन्य पत्रकार शामिल थे।