नालंदा: एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया एडवाइजरी

नालंदा

— लक्षणों के बारे में दी गयी जानकारी
— कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने जारी किया एडवाइजरी

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Biharsharif/Avinash pandey: राज्य सहित पूरे देश में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस को लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है। राज्य में भी एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के मरीज चिन्हित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से चौकसी बरत रहा है। एच3एन2 वायरस एक प्रकार का इन्फ्लुएंजा वायरस है जिसे इन्फ्लुएंजा ‘ए’ वायरस भी कहा जाता है। यह एक श्वसन संबंधित वायरल संक्रमण है जो हर साल बिमारियों का कारण बनता है। इस बाबत सचिव स्वास्थ्य सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार ने जिले के सिविल सर्जन को पत्र जारी कर रोग संबंधित एडवाइजरी जारी की है। जारी पत्र में बताया गया है कि देश के कई हिस्सों में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस के कई मामले पाए जा रहे हैं। राज्य में इस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए नागरानी रखने का निर्देश दिया गया है।

इन्हें बरतनी होगी ख़ास सावधानी
जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि एच3एन2 इन्फ्लुएंजा वायरस का खतरा कुछ ख़ास लोगों को अधिक है। इनमे अस्थमा एवं फेफड़ों के संक्रमण के मरीज, बुजुर्ग व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं एवं बच्चे शामिल हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार स्वाइन फ्लू की तरह ही यह वायरस कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को ज्यादा परेशान करता है. सामान्य फ्लू की तुलना में रोगी को स्वस्थ होने में तीन गुना तक अधिक समय लग सकता है।

यह हैं लक्षण
जारी एडवाइजरी में बताया गया है कि एक सप्ताह या इससे अधिक दिनों तक तेज बुखार, लंबे समय तक खांसी का रहना, बलगम की परेशानी बढ़ना, नाक से पानी आना, सरदर्द रहना, जी मिचलाना, भूख नहीं अथवा कम लगना तथा शरीर में दर्द रहना एच3एन2 वायरस के लक्षण हो सकते हैं।

बीमारी के प्रसार को रोकने के दिए गए निर्देश
जारी एडवाइजरी में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निर्देश दिए गए हैं। सभी जिले के अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के ओपीडी एवं आईपीडी में फ्लू जैसे लक्षण वाले मरीजों एवं गंभीर रूप से श्वसन संबंधी शिकायत वाले मरीजों पर नजर रखी जाये। गंभीर रूप से श्वसन संबंधी शिकायत वाले मरीजों के रैंडम सैंपल को लैब द्वारा पुष्टि के लिए आरएमआरआई पटना भेजना सुनिश्चित करें। इन तरह के केसेस की रिपोर्टिंग आईएचआईपी पर करना सुनिश्चित करें। जारी एडवाइजरी में कोविड मरीजों के लिए चिन्हित आइसोलेशन वार्ड एवं आईसीयू को तैयार रखा जाये।आमजन में इस बीमारी एवं इसके रोकथाम के लिए व्यापक तौर पर प्रचार प्रसार किया जाये।