— शहर में बैनर-पोस्टर व माइकिंग के जरिए देगा एकजुटता का संदेश…
— सद्भाव,भाईचारा व सामाजिक जीवन की सकारात्मक महत्ता की खासियत ही मानवता की पहचान: डा.इंद्रजीत…
बिहारशरीफ/अविनाश पांडे : शहर के सांप्रदायिक सौहार्द की मिठास पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने हाथ बढ़ाया है रविवार को आईएमए की टीम प्रेस कॉन्फ्स के दौरान अपनी सकारात्मक मंशा पत्रकारों के समक्ष पेश की।
बिहार शरीफ शाखा के आइए में सचिव डॉ इंद्रजीत कुमार ने कहा कि सद्भाव भाईचारा व सामाजिक जीवन की सकारात्मक महत्ता की खासियत ही मानवता की पहचान होती है ऐसे में चाहिए कि लोग बाग मिलजुल कर रहे। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन शहर में बैनर पोस्टर एवं माइकिंग के जरिए एकजुटता का संदेश देगा इसकी तैयारी युद्ध स्तर पर आईएमए द्वारा पूरी कर ली गई है।
शहर के सभी चिन्हित संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर आईएमए की टीम जाकर वहां के प्रबुद्ध जनों से मिलकर एकजुटता बनाए रखने की अपील करेगा। शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर आईएमए के द्वारा बैनर पोस्टर लगाए जाएंगे जिसम आपसी सौहार्द बनाए रखने से संबंधित स्लोगन लिखे जाएंगे।
इस मौके पर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अरविंद कुमार ने कहा कि विधि व्यवस्था के सामान्य हो जाने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहारशरीफ शाखा की टीम आई एम ए परिसर में एक मेडिकल चेकअप कैंप लगाएगी। जो पूर्णता निशुल्क होगा। मेडिकल कैंप में शहर के प्रख्यात चिकित्सक रहेंगे।
डॉ अरविंद ने बताया कि नालंदा के जिलाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की टीम के साथ बातचीत की जिसमें जिलाधिकारी ने अनुरोध किया कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन बिहारशरीफ शाखा की टीम शहर के सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने में अपनी भागीदारी निभाएं जिलाधिकारी के इस अनुरोध के बाद आई एम ए द्वारा यह निर्णय लिया गया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर सरफराज आलम डॉ सुनील कुमार सहित शहर के अन्य चिकित्सक मौजूद थे इसी तरह रोटरी क्लब तथागत के द्वारा भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर शहर में शांति व्यवस्था बहाल किए जाने की बात कही गई।
रोटरी क्लब तथागत के सचिव परमेश्वर महतो ने बताया कि क्लब के द्वारा बिहारशरीफ शहर के सभी संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थानों पर वहां के प्रबुद्ध जनों से बातचीत कर कौमी एकता बनाए रखने की गुजारिश की जायेगी। इसके अलावा क्लब के द्वारा शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर बैनर पोस्टर के माध्यम से लोगों को सकारात्मक संदेश दिए जाएंगे। गौरतलब है कि पिछले 31 मार्च को रामनवमी जुलूस के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प की घटना घटी थी। जिसके बाद शहर का माहौल बिगड़ गया था। हालांकि समय रहते हैं जिला प्रशासन द्वारा पहल करते हुए स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया था।