नालंदा: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में धान अधिप्राप्ति को लेकर जिला अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक

नालंदा

— अधिप्राप्ति से सबंधित किसी भी तरह की शिकायत कृषि विभाग के जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 06112-231143 पर करा सकते हैं दर्ज

Biharsharif/Avinash pandey: खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान अधिप्राप्ति कार्य 15 नवंबर से प्रारंभ हो चुका है। अभी तक 47 पैक्सों के 139 किसानों से 1238 मैट्रिक टन धान की अधिप्राप्ति की गई है।  जिला के लिए अभी लक्ष्य राज्य स्तर से अप्राप्त है।राज्य सरकार द्वारा ‘ए’ श्रेणी धान के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य  2203 रुपये प्रति क्विंटल तथा साधारण श्रेणी के धान के लिए 2183 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। 

अधिप्राप्ति की संपूर्ण प्रक्रिया ऑनलाइन  माध्यम से संचालित हो रही है। धान देने वाले किसानों का बॉयोमेट्रिक सत्यापन दर्ज  किया जा रहा है। किसानों के निबंधित मोबाइल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी के सत्यापन के उपरांत ही प्रक्रिया पूरी होगी। 

पैक्सों से राइस मिल तक धान का परिवहन जीपीएस युक्त वाहन के द्वारा ही किया जाना है। धान ढुलाई करने वाले सभी वाहनों का पूर्व निबंधन सुनिश्चित किया जा रहा है। वाहन निबंधन के उपरांत उसमें जीपीएस लगाया जा रहा है। अधिप्राप्ति से संबंधित शिकायतों के अनुश्रवण हेतु जिला स्तर पर कोषांग का गठन किया गया है।

अधिप्राप्ति से सबंधित किसी भी तरह की शिकायत किसान बंधु कृषि विभाग के जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में दूरभाष संख्या 06112-231143 पर दर्ज करा सकते हैं।  धान अधिप्राप्ति को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी  शशांक शुभंकर की अध्यक्षता में जिला अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई।

बताया गया कि जिला में अभी तक 220 पैक्स एवं व्यापार मंडलों को धान अधिप्राप्ति किये जाने की स्वीकृति दी गई है। अन्य पैक्स एवं व्यापार मंडल के लिए भी निर्धारित प्रावधान के तहत स्वीकृति हेतु कार्रवाई की जाएगी। नालंदा जिला के लिए राज्य खाद्य निगम के 10 सीएमआर गोदाम की भंडारण क्षमता 34446 मैट्रिक टन है।

अधिप्राप्ति के तहत ऑनलाइन पंजीकृत उसना राइस मिलों को ही पैक्स/व्यापार मण्डल के साथ सम्बद्ध किया जा रहा है।इसके लिये 18 उसना राइस मिलों का भौतिक सत्यापन किया गया है, जिसमें से 15 उसना राइस मिल को उपयुक्त पाया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार अधिप्राप्ति में राइस मिलों को फीफो के आधार पर कार्य करना होगा।

अर्थात जिस पैक्स का धान पहले मिल में आयेगा उसी पैक्स का चावल (सी एम आर)मिल द्वारा पहले एसएफसी को देना होगा। सभी राइस मिलों पर दो पालियों में किसान सलाहकार प्रतिनियुक्त किये जा रहे हैं साथ ही एक वरीय उपसमाहर्त्ता भी तैनात रहेंगे। इनके द्वारा फीफो का अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। एसएफसी के सभी गोदामों में क्वालिटी मोनिटरिंग के लिए गुणवत्ता नियंत्रक प्रतिनियुक्त किये गये हैं।

सभी गोदाम में राज्य खाद्य निगम के मानक संचालन प्रक्रिया के तहत सीसीटीवी कैमरे, वजन मापक यंत्र आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इस अवसर पर  जिला प्रबंधक राज्य खाद्य निगम, जिला आपूर्त्ति पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।