नालंदा: राजगीर में मलमास मेला के आयोजन पूर्व तैयारी को लेकर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक

नालंदा

— टेंट सिटी के साथ-साथ 8 अन्य स्थलों पर श्रद्धालुओं के आवासन की व्यवस्था

Biharsharif/Avinash pandey: आगामी जुलाई-अगस्त में राजगीर में मलमास मेला का आयोजन निर्धारित है। मेला का शुभारंभ 18 जुलाई 2023 को निर्धारित है। मलमास मेला की पूर्व तैयारी को लेकर आज जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने राजगीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (आरआईसीसी) के सभागार में संबंधित पदाधिकारियों, स्थानीय पंडा समिति एवं राजगीर के गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक किया। पूर्व की दो बैठकों में लिए गए निर्णय के अनुरूप अब तक की गई तैयारी के संबंध में पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। मेला अवधि में श्रद्धालुओं के आवासन, सुरक्षा, चिकित्सा, शहर में रोशनी, साफ-सफाई एवं सौंदर्यीकरण आदि की व्यवस्था हेतु की गई तैयारी के बारे में एक-एक कर जानकारी दी गई। बताया गया कि श्रद्धालुओं के आवासन हेतु स्टेट गेस्ट हाऊस के मैदान में टेंट सिटी का निर्माण किया जाएगा।

टेंट सिटी में चार जोन होंगें। प्रत्येक जोन में 25-25 टेंट होंगे। प्रत्येक टेंट में 10-10 लोगों के आवासन की व्यवस्था की जाएगी। गणमान्य लोगों के लिए अलग से 25 टेंट का टेंट सिटी बनाया जाएगा। इसमें शौचालय, पेयजल आदि की समुचित व्यवस्था की जाएगी। टेंट सिटी में हेल्प डेस्क एवं पुलिस कंट्रोल रूम की व्यवस्था भी रहेगी। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य के लिए अस्थाई अस्पताल भी टेंट सिटी में बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त 8 अन्य स्थलों पर भी श्रद्धालुओं के आवासन हेतु यात्री शेड की व्यवस्था की जाएगी। इनमें रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड,मेला थाना,पुराना सैनिक स्कूल , धुनीवर के पास, ब्रह्मकुंड परिसर, झुनकिया बाबा एवं गढ़ महादेव के पास व्यवस्था की जाएगी।

ब्रह्मकुंड परिसर में महिलाओं के लिए 30 चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था की जाएगी। शौचालयों का जीर्णोद्धार, शहर के सौंदर्यीकरण हेतु लाइटिंग एवं तोरण द्वार आदि भी लगाया जाएगा। 33 स्थलों पर अस्थाई आउट पोस्ट, जगह-जगह ड्रॉप गेट एवं बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था की जाएगी। प्रेजेंटेशन के उपरांत सभी उपस्थित गणमान्य लोगों से एक-एक कर उनका महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किया गया। श्रद्धालुओं के लिए एक टॉल फ्री नंबर की व्यवस्था, सम्पूर्ण मेला क्षेत्र के लिए एकीकृत ध्वनि विस्तारक यंत्र की व्यवस्था, मेला अवधि में वैभारगिरी स्थित बाबा सिद्धनाथ मंदिर जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था, मच्छरों के नियंत्रण हेतु नियमित फॉगिंग की व्यवस्था आदि जैसे महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए।

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा दिये गए निदेश के आलोक में सरस्वती नदी की साफ सफाई एवं सरस्वती कुण्ड तथा घाट के जीर्णोद्धार हेतु जल संसाधन विभाग द्वारा कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह कार्य लगभग 1 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से कराया जा रहा है। बैठक से पूर्व आज जिलाधिकारी ने ब्रह्मकुंड क्षेत्र में सरस्वती कुंड/घाट एवं नदी के जीर्णोद्धार कार्य का स्थल निरीक्षण किया।इस अवसर पर उन्होंने कार्यपालक अभियंता जल संसाधन विभाग को आवश्यक एवं महत्वपूर्ण दिशा निर्देश भी दिया। उन्होंने घाट की सीढ़ियों पर लगाये जाने वाले सैंड स्टोन एवं दीवारों पर लगाये जाने वाले ग्रेनाइट का सैम्पल उन्हें दिखाने का निदेश कार्यपालक अभियंता को दिया।

अप्रैल माह के अंत तक सम्पूर्ण कार्य पूरा कराने का निदेश दिया गया। मुख्यमंत्री के निदेशानुसार कुण्ड क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए प्रतीक्षालय हॉल तथा शेड के निर्माण हेतु भी भवन निर्माण विभाग द्वारा कवायद शरू की गई है। कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल को इन संरचनाओं के निर्माण एवं कुण्ड क्षेत्र के पूर्व निर्मित संरचनाओं के मरम्मती कार्य हेतु भी कार्रवाई की जा रही है। मेला आयोजन के अवसर पर विभिन्न कार्यों के लिए निविदा के माध्यम से एजेंसी का चयन किया जाएगा।

इसके लिए उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इसे अंतिम रूप देकर निविदा की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। मेला अवधि में मेला सैरात मैदान की बंदोबस्ती का कार्य अपर समाहर्ता अपने पर्यवेक्षण में सुनिश्चित कराएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि मेला अवधि में विभिन्न कार्यों के सफल क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण हेतु जिला स्तर पर विभिन्न कोषांगों का गठन किया गया है। मेला आयोजन को लेकर पूर्व तैयारी हेतु दिए गए निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा हेतु निरंतर अवधि पर बैठक की जाएगी।

बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राजगीर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजगीर, भूमि सुधार उपसमहर्त्ता राजगीर, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी,कार्यपालक अभियंता भवन/ पीएचइडी/ग्रामीण कार्य विभाग/ पथ निर्माण विभाग, प्रखंड विकास पदाधिकारी राजगीर, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद राजगीर, पंडा समिति के सदस्यगण तथा राजगीर के गणमान्य नागरिकगण उपस्थित थे।