नालंदा: सभी प्रखंडों में खुला एमएमपीडी क्लिनिक, कुल 400 किट का हुआ आवंटन

नालंदा

-लक्षणों की जानकारी के साथ स्वच्छता, व्यायाम एवं किट इस्तेमाल की बताई गयी तरकीब
-फाइलेरियामुक्त जिला बनाने की कवायद, हर दिन ओपीडी में दिखा सकेंगे मरीज
-जिले में 4676 फ़ाइलेरिया मरीज हैं इलाजरत, मिल रही सुविधाएं

Biharsharif/Avinash pandey: “अब वो दिन दूर नहीं जब जिला फाइलेरिया रोग से पूरी तरह मुक्त हो जायेगा। विभाग इसके लिए पूरा प्रयास कर रहा है। जिले भर में 4676 मरीजों को चिह्नित कर उन्हें उचित चिकित्सा और सरकारी सुविधाएं भी उपलव्ध करायी जा रही हैं। फिर भी लक्ष्य पूर्ति के लिए सम्पूर्ण सामुदायिक सहयोगिता भी आवश्यक है ”. उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने कही। डॉ. प्रसाद ने बृहस्पतिवार को सदर अस्पताल में फ़ाइलेरिया ऑफिस स्थित मार्बीडीटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन (एमएमडीपी) क्लीनिक का उद्घाटन करते हुए कहा कि विभाग ने एक साथ सभी प्रखंडों के प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों पर एमएमडीपी क्लीनिक की शुरुआत की है। ताकि जो मरीज सदर अस्पताल तक आने में असमर्थ है उन्हें उनके नजदीक ही सभी सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलव्ध हो सके तथा फ़ाइलेरिया रोग सम्बन्धी जागरूकता को जिले के हर व्यक्ति तक पहुँचायी जा सके।

बंटी किट, मरीजों ने सीखे उसके प्रयोग, व्यायाम एवं स्वच्छता के गुर
जिला फ़ाइलेरिया इंस्पेक्टर रामानंद ने बताया कि प्रखंडवार सभी क्लीनिकों में आये मरीजों में आवश्यकता अनुसार एमएमडीपी किट का आवंटन हुआ। किट के रूप में हर लाभार्थी को एक टब व मग के साथ कॉटन बंडल, तौलिया, डेटॉल साबुन एवं एंटीसेप्टिक क्रीम प्रदान किया गया.साथ ही क्लीनिक में नियुक्त मेडिकल ऑफिसर ने लाभार्थियों को एमएमडीपी किट के इस्तेमाल करने का डेमो देते हुए फाइलेरिया से प्रभावित स्थानों को साफ करने व दवा लगाने की विधि भी बताई। उन्हें बताया गया कि हाथीपांव के मरीज उपचार के समय पहले पैर पर पानी डाल लें। उसके बाद हाथ में साबुन लेकर उसे खूब रगड़ें और झाग निकालें। जिसके बाद हल्के हाथ से पैर में घुटने से लेकर उंगलियों व तलुए तक साबुन लगायें।

जिसके बाद हल्के हाथ से घुटने से पानी डालकर उसे धो लें। जिसके बाद तौलिया लेकर हल्के हाथ से पोछ लें। ध्यान रहे कि रगड़ना बिल्कुल नहीं है। इसके बाद पैर में जहां पर घाव हो वहां पर क्रीम लगायें। यदि, मरीज के पैर में घाव नहीं हैं तो पैर में हल्के हाथ से नारियल का तेल लगा सकते हैं. इसके अलावा क्लीनिक में केटीएस और कर्मियों ने उपस्थित मरीजों की काउंसिलिंग की, व्यायाम करवाया तथा फाइफैलेरिया रोग के लक्षण और शुरुआती दौर में बचाव के तरीके से अवगत करवाया। विदित हो कि सितम्बर से अभी तक जिले में कुल 400 एमएमडीपी किट का आवंटन हुआ है।

सप्ताह के 6 दिन खुलेगा ओपीडी
बिंद प्रखंड के बीसीएम पवन कुमार ने बताया विभागीय निर्देशानुसार फ़िलहाल यह एमएमडीपी क्लीनिक रविवार के अलावा सप्ताह के सभी दिन खुले रहंगे। प्रखंड का कोई भी व्यक्ति अथवा फ़ाइलेरिया का मरीज, रोग की जानकारी और इलाज के लिए ओपीडी में संपर्क कर सकता है।