— जिला ने लक्ष्य के सापेक्ष में हासिल की 119 प्रतिशत उपलब्धि
— 4 लाख से अधिक गतिविधियों का हुआ आयोजन
Biharsharif/Avinash pandey : विगत 4 वर्षों से प्रत्येक वर्ष मार्च माह में पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जाता है. पोषण पखवाड़ा के दौरान समग्र रूप से व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर व्यव्हार परिवर्तन के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, किशोरियों एवं 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के पोषण स्तर में अपेक्षित सुधार लाने के उद्देश्य से जन भागीदारी से गतिविधियों का आयोजन कर जन-आन्दोलन का रूप देने का प्रयास किया जाता है. इस वर्ष पोषण पखवाड़ा का थीम स्थानीय तौर पर उपजाए जाने वाले श्री अन्न जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कोदो, चीन आदि के स्वास्थ्य लाभों और कठोर जलवायु की परिस्थितियों में श्री अन्न की खेती की उपयुक्तता के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है.
नालंदा जिला पूरे राज्य में प्रथम
निदेशालय द्वारा प्राप्त तिथिवार निर्धारित गतिविधियों के हिसाब से जिले में पोषण पखवाड़ा के तहत प्रतिदिन गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है. ताजा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 4,06,699 गतिविधियाँ आयोजित कर नालंदा जिला राज्य में प्रथम पायदान पर है. यह लक्ष्य के सापेक्ष में 119 प्रतिशत उपलब्धि दर्शाता है. विदित हो कि जिला में कुल 3414 आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत हैं और पोषण पखवाड़ा के दौरान सभी केंद्रों पर नियमित रूप से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है. सभी आंगनवाड़ी केंद्रों को 100 गतिविधियाँ पोषण पखवाड़ा के दौरान करनी है.
मोटे अनाज के प्रति जागरूकता के लिए होगा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन
संतुलित और पौष्टिक भोजन के रूप में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए समेकित बाल विकास सेवा निदेशालय (आई.सी.डी.एस.) ने अनोखी पहल की है. आईसीडीएस ने जन-जन को इसके लाभ से अवगत कराने के लिए ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता आयोजित की है. इसमें कुल बीस प्रश्नों के उत्तर देने होंगे और उसके बाद उत्तीर्ण होने पर प्रतिभागी के ईमेल पर प्रिंट कराने योग्य ई-सर्टिफिकेट प्राप्त होगा। इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए https://forms.gle/w6kyLxaXaSaguXLL6 लिंक पर क्लिक करना होगा।