— सट्टे बाजी और जुआ के दलदल में कर्जदार पुत्र की खूनी दास्ता
— बी. फार्मा के चौथे सेमेस्टर का छात्र है हत्यारा बेटा
बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: हत्या की एक ऐसी कहानी जिसे सुनकर सबों के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। एक ऐसा कलंकित पुत्र जो अपने मां बाप का इकलौता संतान है। सिर्फ पैसे की खातिर उसने एक सुनियोजित साजिश के तहत एक साथ अपने मां-बाप की जान ले ली। मां-बाप की हत्या के बाद बिछावन पर ही दोनों की डेड बॉडी को आग के हवाले तक कर दिया।
हालांकि नालंदा पुलिस की इंटेलिजेंस इकाई ने इस पूरे मामले की परत दर परत खोलते हुए आरोपित पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। नालंदा पुलिस का दावा है कि इस मामले में पुलिस ने कई ठोस साक्ष्य भी एकत्रित कर लिए हैं।
जुआ एवं सट्टेबाजी का शौकीन था पुत्र
यह मामला नालंदा जिले के छबीलापुर थाना क्षेत्र के दोगी गांव से ताल्लुक रखता है। जहां 18 नवंबर की सुबह गांव निवासी विजय महतो एवं उनकी पत्नी कांति देवी अपने घर के एक कमरे में अध जले अवस्था में मृत पाए गए थे। दंपति के डेड बॉडी के समीप विद्युत प्रवाहित तार भी पाया गया था। इस दोहरे हत्याकांड को एक घटना का रूप दिया गया था।
हालांकि प्रारंभिक जांच में ही नालंदा के पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने अपने आधिकारिक बयान में इसे हत्या की संज्ञा दी थी। दरअसल दंपति का एकलौता पुत्र विपिन कुमार जुआ और सट्टेबाजी में लाखों रुपए का कर्ज ले रखा था। इस बात की जानकारी विपिन के मां- पिता को थी। विपिन बी. फार्मा के चौथे सेमेस्टर का छात्र है। आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजगीर एसडीपीओ ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पैसे को लेकर आए दिन अपने मां पिता से झगड़ा किया करता था।
दवा और रसायनों की अच्छी जानकारी रखता था विपिन
बी. फार्मा बी फार्मा की पढ़ाई करने वाला विपिन संबंधित दावों एवं रसायनों की अच्छी जानकारी रखता था। पुलिस के अनुसार वह अपने मां पिताजी का इलाज भी किया करता था। इलाज के क्रम में किस तरह की दवाई एवं सुई अपने मां पिता को देता था यह भी संदेह के घेरे में है। वह पढ़ाई से अधिक मोबाइल गेमिंग, जुआ, और सट्टेबाजी में लिप्त था।
वह पढ़ाई के बहाने माता-पिता से पैसे मांगता था, जिन्हें वह जुए और सट्टे में हार जाता था। जुआ में बड़ी रकम हारने के बाद, विपिन ने दोस्तों और ग्रामीणों से 2-3 लाख रुपये उधार ले लिए थे। जब माता-पिता को इसकी जानकारी हुई, तो उन्होंने उसे पैसे देना बंद कर दिया और सख्ती बरतनी शुरू कर दी। इस वजह से विपिन का माता-पिता से अक्सर झगड़ा होने लगा। 18 नवंबर की सुबह करीब 6:40 बजे पुलिस को सूचना मिली कि दोगी गांव में एक पति-पत्नी की करंट लगने से जलकर मौत हो गई है।
पुलिस की शुरुआती जांच में मामला संदिग्ध पाया। साक्ष्य इकट्ठा करने और गहन पूछताछ के बाद पता चला कि बेटे विपिन कुमार ने ही अपने माता-पिता की हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम गठित की गई। इसमें स्वान दस्ते, एफएसएल टीम, और तकनीकी अनुसंधान की मदद ली गई। तकनीकी सबूत और पूछताछ के दौरान विपिन के बयानों में कई विरोधाभास मिले। पुलिस ने अदालत से गैर-जमानती वारंट प्राप्त किया और 10 दिसंबर को विपिन कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।