नालंदा : 29 मार्च को बाल ह्रदय योजना के तहत ग्रसित बच्चों की होगी जांच व इलाज

नालंदा

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों को चिन्हित कर भेजने का निर्देश
— कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया निर्देश

बिहारशरीफ/ बिहारशरीफ: अविनाश पांडेय: स्वास्थ्य विभाग द्वारा ह्रदय रोग से ग्रसित बच्चों को आवश्यक जांच व इलाज के लिए उनके परिजनों के साथ पटना भेजा जायगा। ह्रदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों को निशुल्क उपचार उपलब्ध कराने के लिए बाल हृदय योजना प्रारंभ की गई है।

जिसके तहत इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान में 28 एवं 29 मार्च को इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान बाल ह्रदय योजना की निशुल्क जांच के लिए शिविर का आयोजन किया जायगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिन्हित बच्चों को उनके अभिभावकों के साथ 102 एंबुलेंस के माध्यम से भेजने वह वापस ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही एक आयुष चिकित्सा फार्मासिस्ट को भी भेजने का निर्देश दिया गया।

जो संस्था के साथ संबंध स्थापित कर जांच सुनिश्चित कराएंगे जांच शिविर में गतिविधियां सुबह 8:00 बजे से प्रारंभ की जाएगी। इस बाबत कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिया निर्देश दिया है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल ह्रदय योजना की मदद से इन बच्चों का नि:शुल्क इलाज होता है।

बच्चों का पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा आयोजित विशेष शिविर के दौरान चिकित्सक रोग की गंभीरता की जांच करते हैं। आवश्यकता पड़ने पर उनके ऑपरेशन की व्यवस्था अहमदाबाद में की जायेगी। इस योजना के तहत बच्चों के इलाज तथा परिजन के आने जाने के सभी खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है।

नालंदा जिला के बच्चे 29 मार्च को जायेंगे जारी पत्र के अनुसार नालंदा जिले से चिन्हित बच्चे 29 मार्च को पटना स्थित इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान पहुंचकर इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान द्वारा संचालित निशुल्क जांच शिविर में चिकित्सकों द्वारा अपनी जांच करायेंगे।

क्या है बाल हृदय योजना :

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिहार सरकार बाल हृदय योजना संचालित कर रही है। इस योजना के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों का निशुल्क इलाज कराया जा रहा है। वही ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ने पर बच्चों को राज्य सरकार अपने खर्च पर हवाई जहाज के माध्यम से अहमदाबाद भेजती है और वहां स्थित श्री सत्य साईं अस्पताल में ऑपरेशन किया जाता है।

जिसका पूरा खर्च बिहार सरकार के द्वारा वाहन किया जाता है। आम लोगों को सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना चाहिये।