— सेमिनार में बच्चों को विज्ञान की प्रतिभाशाली योजनाएं रूपरेखाएं भविष्य में नए-नए प्रयोग की परिचर्चा की गई….
बिहारशरीफ/अविनाश पांडे : 13 12 2023 को बिहारशरीफ नगर के दो प्रतिष्ठित विद्यालयों क्रमशः डैफोडिल स्कूल एवं ब्रिलियंट कान्वेंट के भव्य सभागार में विज्ञान की लोकप्रियता पर एक सेमिनार का आयोजन हुआ।
इस सेमिनार के मुख्य प्रवक्ता के तौर पर प्रोफेसर आशुतोष कुमार सिंह सेवानिवृत्ति हेड ऑफ डिपार्टमेंट भौतिक विज्ञान कॉलेज आफ कमर्स पटना के एवं प्रोफेसर हंसराज रसायन विज्ञान के विभाग अध्यक्ष ब्रिटिश कोलंबिया कनाडा के द्वारा इस सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बच्चों को विज्ञान की प्रतिभाशाली योजनाएं रूपरेखाएं भविष्य में नए-नए प्रयोग की परिचर्चा की।
इसमें दोनों विद्वानों ने बच्चों को बतलाया कि विज्ञान रखने का विषय नहीं है अपितु इसे समझ कर बनाना और जीवन में भविष्य के समाज को और देश दुनिया को आगे की ले जाने की शैली है। विज्ञान को आम जनता तक पहुंचाना वैज्ञानिक ज्ञान का प्रसार करना और लोगों के बीच वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है।
उन्होंने यह भी कहा कि अध्ययन के विषयों के आधार पर विज्ञान को विभिन्न शाखों में विभाजित किया जा सकता है। भौतिक विज्ञान अकार्बनिक दुनिया का अध्ययन करता है और इसमें खगोल विज्ञान बहुत की रसायन विज्ञान और पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र शामिल हैं। जीव विज्ञान और चिकित्सा जैसे जैविक विज्ञान जीवन की जैविक दुनिया और उसकी प्रतिक्रियाओं का अध्ययन करते हैं।
उन्होंने बच्चों के मनोभाव को और मजबूत करते हुए कहा कि विज्ञान ज्ञान की कोई भी प्रणाली जो भौतिक दुनिया और उसकी घटनाओं से संबंधित है और जिसमें निष्पक्ष अवलोकन और व्यवस्थित प्रयोग शामिल होता है। सामान्य तौर पर एक विज्ञान में सामान्य सत्य या मौलिक कानून के संचालक को कवर करने वाले ज्ञान की खोज शामिल होती है।
सेमिनार में उपस्थित विद्वानों को बच्चों ने काफी सुरुचि पूर्ण रूप से स्वागत किया एवं मंच के अध्यक्षता बिल्डिंग कान्वेंट के अध्यक्ष डॉक्टर शशी भूषण कुमार ने किया। जिन्होंने कहा कि विज्ञान हमारे लिए किसी देवी वरदान से काम नहीं है। आज हम विज्ञान के सहारे पूरी तौर पर रखे जाते हुए पुरानी पद्धति से हटकर विज्ञान के नए-नए प्रयोग पद्धति पर ज्यादा जोर देते हैं तो विज्ञान को समझने में और आसानी होती है।
सभा का समापन डैफोडिल स्कूल का निर्देशक रवि चंद्रा के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ एवं उन्होंने कहां की इस प्रकार का आयोजन विद्यालय में बच्चों के बीच होना काफी जरूरी है। जिससे कि बच्चों के नोनीहाल मन में विज्ञान के प्रति रुचि जागरूक हो एवं प्रायोगिक तौर पर बच्चों को विज्ञान के प्रति और तराशा जा सके। एवं कई ऐसे विद्वानों को बुलाकर बच्चों के बीच विज्ञान के प्रति रुझान को संतुष्ट किया जा सके। इस सभा में संजय कुमार सिंह, किशोर कुमार पांडेय, पवन कुमार एवं सूरज कुमार वर्मा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।