नालंदा : सदर अस्पताल में दी जाने वाली सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए मानक का हुआ निर्धारण

नालंदा
  • मरीजों के अटेंडेंट को मिलने वाली सेवाओं का होगा विस्तार
  • दो पालियों में होगा ओ.पी.डी का संचालन
  • दवा वितरण की व्यवस्था में होगा सुधार

Biharsharif/Avinash Pandey : राज्य सरकार अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली सेवाओं में गुणात्मक सुधार के प्रति संवेदनशील है। मरीज एवं उनके अटेंडेंट को मिलने वाली सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए सरकार द्वारा मानक स्थापित किये गए हैं। इस बाबत अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग, प्रत्यय अमृत ने सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अधीक्षक, प्राचार्य एवं सभी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर सुधार के लिए निर्धारित मानकों की सूची जारी की है। जारी पत्र में निर्देशित है कि निर्धारित मानकों का दृढ़ता से पालन करना सुनिश्चित किया जाये।

जारी पत्र में बताया गया है कि स्थानीय एवं हिंदी भाषा में दक्ष कर्मी “मे आई हेल्प यू” डेस्क पर उपस्थित रहेंगे एवं जीविका दीदी के सहयोग से ओ.पी.डी एवं आई.पी.डी निबंधन काउंटर पर मरीजों एवं उनके परिजनों की सहायता के लिए हेल्पर की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। पत्र में निर्देशित है कि ओ.पी.डी एवं आई.पी.डी क्षेत्र के वेटिंग एरिया में औसतन प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या के हिसाब से बैठने की व्यवस्था की जाये एवं टीवी, पंखा एवं पीने के लिए शुद्ध जल की व्यवस्था 24 घंटे सुनिश्चित की जाये।

दो पालियों में होगा ओ.पी.डी का संचालन :
जारी पत्र में बताया गया है कि ओ.पी.डी का संचालन सुबह एवं शाम दोनों समय किया जाए। सुबह 9 से 2 बजे दिन तक तथा शाम में 4 से 6 बजे तक किया जाए। गर्मी के दिनों में शाम 4 से 6 बजे तक तथा सर्दियों में 3 से 5 बजे तक किया जाना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही भर्ती मरीजों को देखने के लिए चिकित्सकों के राउंड लगाने का समय भी निश्चित किया गया है। चिकित्सक सुबह 8.30 से 9 एवं शाम में गर्मियों में 5.30 से 6 तथा सर्दियों में 4.30 से 5 के बीच राउंड लगायेंगे।

दवा वितरण की व्यवस्था में होगा सुधार :
अब सदर अस्पताल में 3 दिनों के बजाय 5 दिन दवा का वितरण किया जायेगा। मधुमेह, रक्तचाप एवं जटिल रोगों की दवा एक मुश्त एक महीने के लिए मरीजों को दिया जायेगा। पत्र में निर्देशित है कि गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली आयरन एवं कैल्सियम की गोली पूरी खुराक के हिसाब से एक साथ देना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही मरीजों का ऑपरेशन सुबह 8 से 2 बजे के बीच किया जाये तथा इमरजेंसी ऑपरेशन की व्यवस्था 24 घंटे किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

अन्य सेवाओं में भी सुधार के लिए सरकार संकल्पित :
जारी पत्र के अनुसार सभी इमरजेंसी सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी तथा ब्लड बैंक की सुविधा भी 24/7 उपलब्ध रहेगी। रक्त की उपलब्धता को डिस्प्ले बोर्ड पर दिखाना अनिवार्य होगा। साथ ही ओ.पी.डी का ड्यूटी रोस्टर, दवा की उपलब्धता, इमरजेंसी में बेड की उपलब्धता, एवं रेफ़रल तथा इमरजेंसी नंबर भी डिस्प्ले किया जाना है। कचरा प्रबंधन के लिए अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति का गठन एवं इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षित करना सुनिश्चित किया जाये।