— ब्रांड एंबेसडर नशा एवं गुटखा छोड़ो अभियान के प्रणेता आशुतोष मानव ने बच्चों के बीच कार्यशाला का किया आयोजन
Biharsharif/Avinash pandey: बिहारशरीफ शहर के ब्रिलियंट कान्वेंट स्कूल के भव्य सभागार में रक्षाबंधन के अवसर पर नालंदा जिले के सामाजिक ब्रांड एंबेसडर नशा एवं गुटखा छोड़ो अभियान के प्रणेता आशुतोष मानव ने बच्चों के बीच एक अद्भुत कार्यशाला का सामाजिक संकल्प बच्चों के बीच किया।
रक्षाबंधन या राखी बंधन केवल भाई-बहन के बीच का ही माहौल होकर नहीं रह गया है। रक्षाबंधन देश की रक्षा पर्यावरण की रक्षा सामाजिक हितों की रक्षा तथा आपसी भाईचारे की रक्षा को एक धागे में पिरोकर भारतीय संस्कृति को संभालने की प्रक्रिया को रक्षाबंधन कहा जाता है।
विद्यालय के अध्यक्ष डॉ शशि भूषण कुमार ने बच्चों की रक्षा बंधन के स्वरूप को और निखर कर बतलाया कि केवल भाई के हाथों में राखी बांधने से मिठाई चॉकलेट खिला देने से यह रक्षाबंधन पूर्ण नहीं हो जाता यह रक्षाबंधन है त्योहार का सदाचार का सन्मार्ग पर चलने का यह केवल राखी हाथों में पहनने का धागा नहीं है बल्कि एक फर्ज निभाने का संकल्प है।
अगर स्वस्थ शरीर स्वस्थ मस्तिष्क स्वस्थ वातावरण रहेगा तो हमें दूसरों के लिए संकल्प लेना होगा कि हमारा देश सूर्य हृदय स्वस्थ मन स्वस्थ शरीर तथा विवेकशील एवं स संस्कृत बने। आशुतोष मानव ने बच्चों से इस रक्षा सूत्र पर संकल्प दिलवा कर कहां कि हम सभी नागरिक का कर्तव्य होगा कि हम अपने परिवार पड़ोस समाज देश के लोगों के बीच जाकर यह कर्तव्य निभाना होगा की नशा मुक्ति हमारा समाज बना रहे यह नशा पूरे परिवार एवं समाज एवं देश का एक महा रोग है।
इसे उखाड़ फेंकना होगा। इसी बीच विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने रक्षाबंधन के अवसर पर भैया मेरे राखी बंधन को ना भुलाना जैसे संगीत पर नृत्य कर कर सभी का मन मोह लिया तथा एक दूसरे के कलाई पर राखी भी इस कार्यशाला का धन्यवाद ज्ञापन मिथिलेश कुमार ने किया इस अवसर पर विद्यालय के बच्चों ने एक दूसरे को राखी बांध कर लोगों को ये संदेश दिया की एक दूसरे पे प्रति प्रेम और समर्पण ही जीवन के मार्मिक रहस्य है। शिक्षक पवन कुमार , सुरज कुमार , किशोर कुमार, चांद कुमारी, अंकिता रंजन इत्यादि लोग उपस्थित थे।