Biharsharif/Avinash pandey: एआईआरएफ का 98वां अधिवेशन बाबा जगन्नाथ की धरती पुरी में 29/11/22 से तीन दिवसीय चला। इसका नेतृत्व एआईआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्र तथा अध्यक्षता डॉ एन कन्हैया ने किया। इसमें सभी जोन के महामंत्री अपने अपने डेलीगेट एवं समर्थक के साथ पहुंचे थे। पहले दिन ओआरएच से पुरी स्टेशन तक सभी जोन के यूनियन प्रतिनिधियों का विशाल रैली लगभग तीन किलोमीटर तक अपने मांग के समर्थन में निकाला जिसमें लगभग 25000 प्रतिनिधि सम्मिलित थे। ईसीआरकेयू के महामंत्री कामरेड एसएनपी श्रीवास्तव के नेतृत्व में ईसीआर से लगभग 1200 कर्मचारियों ने भाग लिया।
सडिमका हरनौत शाखा से शाखा सचिव पूर्णानन्द मिश्र एवं महिला डेलिगेट अनुपमा कुमारी, संतोष कुमार ने भाग लिया। बख्तियारपुर शाखा सचिव अनिल कुमार गुप्ता के नेतृत्व में कई कर्मचारियों सहित सभी शाखाओं से यूनियन प्रतिनिधियों ने भाग लिया। रैली में एनपीएस गो बैक, निजीकरण निगमीकरण वापस लो, नया काम के लिए नया पद का सृजन करो के नारे गुंजते रहे। ओपेन सेशन में ईकोआर के महाप्रबंधक,एएमएचआर रेलवे बोर्ड ने भाग लिए। एनपीएस वापस कर पुरानी पेंशन लागू करने का मुद्दा मुख्य रूप से छाया रहा।
दूसरे दिन डेलीगेट सेशन में पुरे हाउस में सभी बक्ताओं ने पुरानी पेंशन बहाल करने तथा निजीकरण निगमीकरण समाप्त करने के लिए रणनीति बनाने पर चर्चा की । तथा 2024 तक पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए शाखा स्तर से लेकर मुख्यालय, देश स्तर पर आंदोलन करने पर जोर दिया गया। ओपेन सेशन में एआईआरफ के महामंत्री कामरेड शिवगोपाल मिश्र ने एनपीएस तथा निजीकरण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का आगाज किया।
इसके अतिरिक्त कर्मचारियों को रेगुलर पदोन्नति, खाली वैकेंसी को भरने, रेलवे के रीढ़ की हड्डी ग्रुप डी कर्मचारियों के स्थिति में सुधार करने, एक्ट अप्रेंटिस कर्मियों को नियमित करने सहित अन्य मुद्दों को भी प्रमुखता से रखा। सडिमका हरनौत की ओर से शाखा सचिव पूर्णा नन्द मिश्र ने कारखाना कर्मियों हेतू पोशाक भत्ता,नये कारखाना में इंसेंटिव लागू करने, पदोन्नति का सिलसिला जारी रखने हेतु आग्रह किया गया।एआईआरफ के 100वें वर्ष में प्रवेश पर खुशी जाहिर किया गया।इस अवसर पर पुरे देश में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने हेतु विशेष आंदोलन का आगाह किया गया।