Biharsharif/Avinash pandey: सवारी डिब्बा मरम्मत कारखाना हरनौत(नालंदा) से कर्मचारियों का एक जत्था ज्वाइंट फेडरेशन फॉर रिस्टोर ओपीएस और ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईसीआरकेयू के बैनर तले शाखा सचिव पूर्णानंद मिश्र के नेतृत्व में कर्मचारियों के सबसे ज्वलंत मांग “नई पेंशन योजना को खत्म कर पुरानी पेंशन योजना को पुनर्बहाली” के लिए 10 अगस्त को प्रस्तावित संसद मार्च के लिए दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
ईसीआरकेयू के शाखा सचिव पूर्णानंद मिश्र ने बताया कि केंद्र सरकार को देश भर के कर्मचारी संगठनों के संयुक्त फेडरेशन के महासचिव कामरेड शिवगोपाल मिश्र ने पहले ही बता दिया है कि पुरानी पेंशन योजना को पुनर्बहाली को लेकर सन् 2004 के बाद नियुक्त देश भर के सभी कर्मचारियों के मन में उबाल है।
यद्यपि केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के आक्रोश को भांपते हुए एनपीएस के समीक्षा के लिए एक कमिटी का गठन किया है। परंतु कर्मचारियों को पुरानी पेंशन के अतिरिक्त कुछ भी स्वीकार नहीं है। कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के एपीएस में समीक्षा के प्रस्ताव को ठुकरा दिया तथा कहा कि एनपीएस उन्हें किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है।
केंद्र सरकार के अड़ियल रवैया के खिलाफ देशभर के राज्य कर्मचारियों और केंद्रीय कर्मचारियों के संगठन इकठ्ठा लामबंद होकर में संघर्ष के लिए मोर्चा खोल दिया है। इसी के तहत देश भर से सभी विभाग के कर्मचारी एकमात्र मुद्दा ओपीएस पुनर्बहाली के लिए दिल्ली में 10 अगस्त को इकठ्ठा हो रहे हैं।
कर्मचारियों ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ओपीएस पुनर्बहाली नहीं करती है तो इसका खामियाजा आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में स्पष्ट रूप से भुगतना पड़ेगा। क्योंकि कर्मचारी नारा लगा रहे हैं ” जो ओपीएस की बात करेगा वही देश पर राज करेगा”। शाखा सचिव पूर्णानंद मिश्र ने बताया कि सडिमका हरनौत से लगभग 50 कर्मचारी नई दिल्ली के लिए निकले हैं।
कुछ कर्मचारी पटना से हमलोग के साथ जुड़ेंगे।जाने वाले में अध्यक्ष महेश कुमार महतो,बच्चालाल प्रसाद, प्रमोद कुमार गौतम, अजीत कुमार,विपीन कुमार,गिरजा प्रसाद, पूनम कुमारी,पवन कुमार, वासुकीनाथ उपाध्याय, सतीश कुमार, राकेश रंजन, मनोज कुमार मिश्र, महेंद्र चौधरी, तनवीर आलम, शंकर कुमार,दीपक कुमार , अनुपमा कुमारी सहित कई अन्य कर्मचारी रहे।