DESK : नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त रुख इख्तियार कर लिया है. उन्होंने एक बयान जारी कर सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पुलिस के सामने सरेंडर करने के लिए लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जिन लोगों के खिलाफ वारंट निकाला गया है, अगर वे सरेंडर नहीं करेंगे, तो उनके घरों की कुर्की शुरू कर दी जाएगी.
इलाके में हिंसा फैलाने के इरादे से अफवाह फैलाने वालों को रोकने के लिए पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है. इसके अलावा पुलिस ने लोगों से भी अपील की है कि ऐसी किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें. वहीं, नालंदा के डीएम शशांक शुभंकर ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि अफवाह फैलाई जा रही है कि नालंदा में पुलिसकर्मियों के हथियार लूट लिए गए, यह पूरी तरह निराधार है. ऐसी कोई भी घटना इलाके में नहीं घटी है. गौरतलब है कि हिंसा के बाद से दोनों जिलों में चार अप्रैल तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
आपको बता दें कि बिहार में रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास जिले के सासाराम और नालंदा जिले के बिहारशरीफ में हिंसा भड़क उठी थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक 173 लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचा चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि दोनों शहरों में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हालात को देखते हुए दोनों शहरों में सुरक्षाकर्मियों की 26 से ज्यादा कंपनियां तैनात कर दी गई है. इनमें बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 19, सशस्त्र सीमा बल की तीन, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की एक और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) की तीन कंपनियां शामिल हैं. इन सभी को दोनों जिलों में अलग-अलग स्थानों पर तैनात किया गया है.