Biharsharif/Avinash pandey: अमन-चैन के साथ-साथ अपराध नियंत्रण की चुनौतियों पर अपराधियों को करारा जवाब नालंदा पुलिस दे रही है। सड़क पर पुलिस की तेज कदमों से अपराधियों के हौसले गिरे हैं। पारंपरिक पुलिसिंग को प्राथमिकता देकर नालंदा पुलिस अपनी जिम्मेदारियां पर खरा उतर रही है। लिहाजा नालंदा हद तक अपराधिक वारदातों से दूर है। नालंदा के पुलिस अधीक्षक अशोक मिश्रा की अगुवाई वाली टीम सड़क पर जबरदस्त मेहनत कर रही है।
अपराध के हरेक स्वरूप पर पुलिस का नियंत्रण
पुलिस मुख्यालय से जारी आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि अपराध के हर एक स्वरूप पर पुलिस का नियंत्रण है। चालू वर्ष के सितंबर माह के 18 से 24 तारीख के बीच नालंदा जिले में 282 अभियुक्त की गिरफ्तारी हुई जिसमें हत्या के कांड में 8, हत्या के प्रयास के कांड में 29, डकैती के कांड में 11, लूट के कांड में 02, फिरौती के लिए अपहरण के कांड में 01 महिला उत्पीड़न के कांड में 04, दुष्कर्म के कांड में 01, शस्त्र अधिनियम के कांड में 04, एनडीपीएस एक्ट(नारकोटिक ड्रग एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस)
के कांड में 01, पुलिस पर हमले के कांड में 07 एवं शराब के कांड में कुल 133 गिरफ्तारियां पिछले 7 दिनों के अंदर की गई। नालंदा के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस दौरान करीब 493 लीटर देसी शराब की बरामदगी की गई। इसके अलावे 361 वाहन से फाइन के तौर पर 4,28000 के चालान काटे गये। इसके अलावा दो देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, 42 ब्राउन शुगर का पुड़िया, एक अपहर्ता, एक गुमशुदा बच्चा, एक ट्रैक्टर एक टोटो, 5 एंड्राइड मोबाइल फोन एक टेंपो 3 मोटरसाइकिल बरामद किया गया।
कहते हैं पुलिस अधीक्षक
अनुशासनहिनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पुलिस पदाधिकारी को जिस तरह की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे पूरा करना है। अपराध नियंत्रण की दिशा में सभी तरह के प्रयास नालंदा पुलिस की ओर से पहले से और तेज कर दिये गये हैं संबंधित एसडीपीओ, इंस्पेक्टर एवं थानाध्यक्ष को इससे संबंधित विशेष दिशा निर्देश दिया गया है।
अशोक मिश्रा, पुलिस अधीक्षक,नालंदा