-उपस्थित बुद्धिजीवियों को थानाध्यक्ष में अबीर लगा कर दी होली की शुभकामनाएं,कहा सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करें
बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। अक्सर ऐसे मौके आते हैं, जब अलग-अलग धर्म के त्योहार एक ही दिन पड़ जाते हैं और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की जाती है। ऐसा ही दिन 18 मार्च को भी देखने को मिलेगा। जब हिंदू और मुस्लिम धर्म के दो बड़े त्यौहार होली और शब-ए बारात एक साथ मनाए जायेंगे। सोमवार को दीपनगर थाना परिसर में आयोजित शांति समिति की बैठक में इंस्पेक्टर सह दीपनगर थानाध्यक्ष मोहम्मद मुस्ताक अहमद कहते हैं कि यह अच्छी बात है कि दो धर्मों के दो बड़े त्यौहार एक साथ मनाए जाएंगे।
हमारी अपील है कि किसी भी व्यक्ति का कोई तकलीफ नहीं हो। ध्यान रहे कि हम कोई ऐसा काम नहीं करें जिससे किसी की भावना को ठेस पहुंचे। हिंदू धर्म के बड़े त्यौहार में से एक होली है। देश में 17 मार्च को होलिका दहन और 18 मार्च को होली मनाई जाएगी। होली के दिन सभी लोग एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। मुस्ताक अहमद ने कहा कि सबे ए बारात के मौके पर मुस्लिम समाज के लोग अपने बुजुर्गों को याद करते हैं और उनकी याद में दान-पुण्य करते हैं। इबादत का दौर चलता है।

मुस्लिम समाज के लोग इस दिन अपनी गलतियों के लिए खुदा से माफी भी मांगते हैं। सोमवार को आयोजित शांति समिति की बैठक में दोनों संप्रदाय से दर्जनों लोग दीपनगर थाना परिसर मैं बैठकर त्यौहार को शांतिपूर्वक मनाने की बात कही। इस मौके पर थाना अध्यक्ष द्वारा वहां मौजूद लोगों के बीच होली की बधाई दी गई एवं एक दूसरे को अभिर लगाया गया। थानाध्यक्ष ने कहा कि बिहार सरकार एवं जिलाधकारी महोदय के निर्देशों का पालन करते हुए पूरे सद्भाव के साथ पर्व मनाएं। इस अवसर पर थानाध्यक्ष के अलावे सर्किल इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सहित कई बुद्धिजीवी उपस्थित थे।
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