नालंदा : साइबर क्राइम के बड़े तिलिस्म को तोड़ने में कामयाब रही पुलिस

बिहार

आरोपी बैंक में फर्जी खाता खोलकर गूगल पे और अन्य एप के माध्यम से लोगों से रुपये लेकर ठगी करते थे।

बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: राजगीर थाने की पुलिस ने साइबर क्राइम के बड़े तिलिस्म को तोड़ने में बड़ी कामयाबी अर्जित की है। बगीचे में बैठकर शातिर ठग विभिन्न राज्यों व क्षेत्रों में लोगों को वेबसाइट पर लोन दिलाने का विज्ञापन चलवा कर ठगी कर रहे थे। पुलिस ने एक शातिर को गिरफ्तार कर राजफाश किया है। उनके पास चार मोबाइल फोन एवं फर्जी दस्तावेज के साथ गिरफ्तार किया है। दर्जनों फर्जी बैंक खाता का किया जा रहा।

उनके मोबाइलों में कई बैंकों के फर्जी दस्तावेज भी मिले हैं। इंस्पेक्टर सह राजगीर थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर लोन दिलाने के नाम पर ठगी का खेल खेला जा रहा है। पकड़ा गया साइबर फ्रॉड आनन्द राज पिता चौहान पिता नूनू चौहान ग्राम महादेवपुर थाना वारसलीगंज का निवासी है।

बैंकिंग एवं फर्जी वेबसाइट बनाकर उस पर फर्जी मोबाइल नंबर कस्टमर केयर का डालकर लोगों को कम ब्याज पर देता था लोन का लालच पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा मोबाइल बैंकिंग एवं फर्जी वेबसाइट बनाकर उस पर फर्जी मोबाइल नंबर कस्टमर केयर का डालकर लोगों को कम ब्याज का लालच देकर पर्सनल लोन आदि दिलाने का झांसा दिया जाता था। लोगों के झांसे में फंसने पर उनसे रुपये ठग लिए जाते थे। बीते करीब दो साल से आरोपी ठगी कर रहे थे। जांच में पता चला कि पकड़ा गया आरोपी फर्जी वेबसाइट तैयार कर उनपर विज्ञापन चलाता था। थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि पकड़ा गया साइबर फ्रॉड आनंद राज फर्जी कस्टमर केयर का प्रतिनिधि बनकर लोगों को गलत जानकारी मुहैया कराता था।

संबंधित व्यक्तियों को यह भरोसा दिलाता था कि कम ब्याज पर उनके अकाउंट में लोन की राशि यथाशीघ्र निर्गत कर दी जाएगी। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पकड़ा गया साइबर फ्रॉड आनंद राज अपने गिरोह का एक सदस्य था। पुलिस साइबर फ्रॉड के मुख्य सरगना की गिरफ्तारी में जुट गई है। आरोपी बैंक में फर्जी खाता खोलकर गूगल पे और अन्य एप के माध्यम से लोगों से रुपये लेकर ठगी करते थे। आरोपी ने यह भी बताया कि यदि फर्जी अकाउंट बंद हो जाता था या पुलिस द्वारा फ्रीज करा दिया जाता था तो वह नया फर्जी अकाउंट खोलकर उसके एटीएम से रुपये निकालते थे। थानाध्यक्ष ने बताया कि दर्जनों फर्जी बैंक खाते की जांच की जा रही है।

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