बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। सोमवार को स्थानीय ब्रिलियंट कान्वेंट के भव्य सभागार में एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। यह परिचर्चा नई दिल्ली सेे आई स्प्रिचुअल फाउंडेशन की डॉक्टर की टीम साथ आए और उपस्थित बच्चों, शिक्षकों तथा उनके अभिभावकों को अपने शरीर के पांच तत्व और शरीर के पॉजिटिव एनर्जी के विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। इस फाउंडेशन के मुख्य अतिथि डॉ आईएस बंसल ने सभी को संबोधन करते हुए कहा कि जो बच्चे परीक्षा के समय घबराहट तथा डिस्टरबेंस में आ जाते हैं, और जिनकी स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है।
ऐसे बच्चे आत्म साक्षात्कार के बाद खुद बच्चे व परिवार के सदस्य घर पर अपने को सकारात्मक ऊर्जा पांच तत्वों से फिक्र कर सकते हैं। उसके बाद बच्चों के मन के जो संकाय थी, उन प्रश्नों का उत्तर दिया गया। विद्यालय के निदेशक धनंजय सर ने कहा कि हम सभी किस प्रकार बच्चों के आध्यात्मिक ज्ञान के द्वारा इनके स्वस्थ तथा बुद्धी का सर्वांगीण विकास हो। इस पर ध्यान देने की बात को ज्यादा जरूरी बताया।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ शशि भूषण कुमार ने ओजस्वी भाषण से संबोधित करते हुए कहा कि आज भागती दौड़ती दुनिया में लोग अपने स्वास्थ्य पर ना ध्यान देकर सिर्फ और सिर्फ अपनी नौकरी अपना पैसा तथा एकल परिवार के जिंदगी के पीछे लगे हैं। लेकिन हमारा मानव शरीर जो दैवीय देन है, जो पांच तत्वों से बना है उसका उपयोग मनुष्य अपनी ऊर्जा के रूप में कैसे संचारित करके अपने मान एवं शरीर को पॉजिटिव एनर्जी के आत्मसात कर लेता है, वह केवल यह मानव मात्र शरीर ही जानता है।
इसके द्वारा मनुष्य इसी शरीर को चुस्त एवं तंदुरुस्त तथा मानसिक तथा आंतरिक उर्जा का विकास कर नए जेनरेशन को लाभान्वित कर सकता है। विद्यालय के शिक्षक पवन कुमार ने भी इस पॉजिटिव एनर्जी पर अपना प्रकाश डाला। इस पद्धति को अपनाकर लोग घर पर बैठकर हर तरह का असाध्य रोग और हर तरह के वायरस को ठीक कर सकते हैं। चेयरमैन ने डॉक्टर बंसल को सम्मान स्वरूप एक शॉल भेंट किया। मंच का संचालन विद्यालय के प्रधान शिक्षक रंजय कुमार सिंह कर रहे थे। धन्यवाद ज्ञापन पवन कुमार के द्वारा किया गया।
यह भी पढ़ें…