नालंदा : टीबी हारेगा देश जीतेगा कैम्पेन

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एक माह का विशेष अभियान: पूर्ण संकल्प, संयुक्त प्रयास
सभी प्रखण्डों पर किया जाएगा # टीबी ट्यूजडे का पालन
पूरे महीने आयोजित होगी गतिविधि, विद्यालयों व महिलाओं की सहभागिता होगी सुनिश्चित

बिहारशरीफ/अविनाश पांडेय। दुनिया के मुख्य 10 घातक संक्रामक रोगों में से एक टीबी को वर्ष 2025 तक पूरी तरह उन्मूलन करने के लक्ष्य के मद्देनजर बृहस्पतिवार से जिले में एक महीने का विशेष अभियान: पूर्ण संकल्प, संयुक्त प्रयास शुरू किया गया है। इस संबंध में जिला यक्ष्मा रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने बताया में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, सेंट्रल टीबी डिविजन के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डॉ. राजेंद्र पी जोशी ने पत्र जारी कर अभियान के संदर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं।

पत्र में टीबी प्रकोष्ठों के सभी अधिकारियों और सलाहकारों को जमीनी स्तर पर और सोशल मीडिया पर आबादी तक पहुंचने के लिए अपने प्रयासों को अधिकतम करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही 24 फरवरी, निक्षय दिवस से लेकर 24 मार्च, विश्व यक्ष्मा दिवस तक सामुदायिक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया गया है।

पीएचसी स्तर पर मनाया जाएगा टीबी ट्यूजडे डॉ. कुमार ने बताया पहले भी हर मंगलवार को पीएचसी पर टीबी रोग के संदर्भ में बैठक का आयोजन किया जाता रहा है। लेकिन इस विशेष अभियान के दौरान इस महीने के सभी मंगलवार को प्रखण्ड चिकित्सा केन्द्रों पर #टीबी ट्यूजडे मनाया जायेगा।इस हैसटैग के माध्यम से सोशल मीडिया पर टीबी के प्रति जनप्रतिनिधियों, धार्मिक गुरुओं, महिलाओं व आमजनों को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।

साथ ही स्वास्थ्य केन्द्रों पर टीबी के मरीजों के जांच , इलाज व जागरूकता पर विशेष बल दिया जाएगा। जिले के एक-एक गांव में यह गतिविधि आयोजित की जायेगी। इस पूरे अभियान को सफल बनाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जायेगा। टीबी मुक्त भारत का संकल्प भी दिलाया जायेगा। साथ ही हस्ताक्षर अभियान भी चलाया जायेगा।


सामुदायिक सहभागिता होगी सुनिश्चित: महिलाओं और छात्र छात्राओं पर विशेष ध्यान
महीने भर चलने वाले इस विशेष टीबी उन्मूलन अभियान के अंतर्गत महिलाओं की सहभागिता को सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया जा रहा है। इसलिए महिलाओं के साथ बैठक कर टीबी के प्रति जागरूक किया जायेगा। इसके साथ समुदाय स्तर पर धर्मगुरू के साथ मीटिंग की जायेगी।

सामूहिक सहभागिता से टीबी उन्मूलन के सपने को साकार करने का प्रयास किया जायेगा। इस अभियान में जनप्रतिनिधि, धर्मगुरू, सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि का सहयोगी लिया जायेगा। टीबी के प्रति महिलाओं को संवेदनशील बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। एक्टिव मरीज खोज अभियान के तहत महिलाओं पर विशेष फोकस किया जायेगा।


स्कूलों में टीबी पर प्रतियोगिता का होगा आयोजन:
टीबी के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से जिले के स्कूलों में छात्र-छात्राओं के साथ विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया जायेगा। पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि निबंध प्रतियोगिता, पेंटिंग, स्लोगन लेखन जैसे गतिविधियां आयोजित की जाये। इसके साथ वाल पेंटिंग के माध्यम से टीबी से बचाव का संदेश दिया जायेगा। टीबी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया जायेगा।

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