— जिला स्वास्थ्य समिति एवं सीफार के संयुक्त तत्वावधान में नुक्कड़ नाटक का आयोजन
— 11 से 18 मई तक जिले के सभी प्रखंडों में चलेगा नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम, सामुदायिक स्तर पर लोगों का लिया जाएगा सैंपल
बिहारशरीफ/ अविनाश पांडेय: फाइलेरिया मुक्त प्रदेश निर्माण को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग सजग है और इसे सार्थक रूप देने के लिए सरकार एवं प्रशासनिक स्तर से हर जरूरी निर्णय भी लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार (सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च) के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार से दो दिवसीय नुक्कड़ नाटक प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम की शुरुआत की गयी।
इस दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों में पूर्व से चयनित और चिन्हित जगहों पर पटना से आई कला जागरण टीम के सदस्यों द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार के स्थानीय पदाधिकारियों एवं कर्मियों के सहयोग से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जायेगा। जिसके माध्यम से मुख्य कालाकर अरविंद कुमार के नेतृत्व में कलाकारों की टीम के द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जायेगा। साथ ही जिले में शुरू होने वाले नाइट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्तपट्ट संग्रह) कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
जिले में आठ प्रखंडों में नुक्कड़ नाटक का किया जायेगा मंचन
जिले में आठ प्रखंडों, हिलसा, एकंगरसराय, बिहारशरीफ सदर, अस्थावां, हरनौत, नगरनौसा, थरथरी एवं परवलपुर में नुक्कड़ नाटक का प्रस्तुतिकरण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए जागरूक किया जायेगा. शनिवार को हिलसा, एकंगरसराय, बिहारशरीफ सदर एवं अस्थावां में नाटक का प्रस्तुतिकरण कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया गया।
नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम के तहत सामुदायिक स्तर पर लोगों का लिया जाएगा सैंपल
जिला वेक्टर बोर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. राम कुमार प्रसाद ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग गंभीर है और इसे सुनिश्चित करने को लेकर तमाम गतिविधियों का आयोजन कर सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिसके दौरान लोगों को फाइलेरिया के कारण, लक्षण एवं इससे बचाव और उपचार की जानकारी दी जा रही है। नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम की सफलता में नुक्कड़ नाटक द्वारा लायी गयी जागरूकता अहम् कड़ी साबित होगी। जिसके माध्यम से सामुदायिक स्तर पर लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक किया गया एवं जांच कराने के लिए प्रेरित किया जायेगा।
वहीं, उन्होंने बताया, रात के 08 बजे से 12 बजे के बीच इस बीमारी जांच करने के लिए सबसे उपयुक्त समय है। दरअसल, इस दौरान कीटाणु सक्रिय होता है। जिसके कारण आसानी के साथ शुरूआती दौर में बीमारी का सही जाँच संभव है। इसी उद्देश्य से नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम का निर्णय लिया गया। वहीं, उन्होंने बताया, जिले में शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम की सफलता की सारी तैयारी पूरी कर ली गयी है।
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