नवादा/पंकज कुमार सिन्हा। फेडरेशन ऑफ क्लास वन ऑफिसर एसोसिएशन, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंश्योरेंस फील्ड वर्क ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इंश्योरेंस इंप्लाइज एसोसिएशन तथा ऑल इंडिया एलआईसी एंप्लाइज फेडरेशन के तत्वाधान में भारतीय जीवन बीमा निगम पटना मंडल के नवादा के सदस्यों ने बुधवार को जीवन बीमा राष्ट्रीयकरण दिवस को पब्लिक सेक्टर बचाओ, एलआईसी को मजबूत करो दिवस के रुप में मनाया।
संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि 19 जनवरी 1956 को तत्कालीन सरकार ने जीवन बीमा अध्यादेश 1956 लागू कर दिया था। इसके तहत 245 निजी बीमा कंपनियों के प्रबंधन को अपने अधीन लिया गया । इसी के तहत आगे चलकर 1 सितंबर 1956 को भारतीय जीवन बीमा निगम अस्तित्व में आया। 1956 से मात्र 5 करोड से अपने व्यवसाय प्रारंभ करते हुए एलआईसी आज 38 लाख करोड़ की विशाल परिसंपत्ति अर्जित कर चुकी है।
कर्मियों ने बताया कि एलआईसी जनता का धन जनता का कल्याण के लिए के विचार को चरितार्थ कर रही है। जीवन बीमा के दो दशकों के प्रतियोगिता भरे बाजार में एलआईसी सबसे अधिक मार्केट शेयर के रूप में विराजमान है।
संगठन के प्रतिनिधियों ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की विश्वसनीय संस्था को आईपीओ तथा इसके स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध कर कमजोर करने जा रही है। इससे एलआईसी के निजीकरण का मार्ग प्रशस्त होगा और नेशनलाइजेशन के पूर्व जैसी स्थिति आ सकती है, जहां घोर अनियमितता हुआ करती थी। संगठन इसका विरोध करता है।
इस मौके पर संगठन के सदस्यों ने बैच लगाकर अपनी मांगों को प्रदर्शित किया,जिसमें एलआईसी समेत सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा पेंशन , योजना में सुधार, नई पेंशन योजना का विरोध तथा इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी हटाया जाना शामिल है।
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इसके अतिरिक्त विविध पोस्टरों के माध्यम से एलआईसी की उपलब्धियों को दर्शाया गया तथा आईपीओ का विरोध किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष सतीश प्रसाद सिंह, उपाध्यक्ष रविंद्र कुमार, विशेष सचिव आशुतोष कुमार, नरेंद्र वर्मा, अशोक कुमार, एसके उपाध्याय तथा ज्वाइंट फ्रंट के साथ भी कॉमरेड उपस्थित रहे।