- 29 करोड़ लाभ वाले बजट से शहरी गरीबों पर खर्च होगा 39 करोड़
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) नवादा नगर के विकास के लिए नया बजट आ गया है और पहली बार नवादा नगर परिषद का बजट एक अरब पार कर गया है। अगले वित्तीय वर्ष में नवादा शहर में एक अरब 5 करोड़ से अधिक खर्च करने का बजट बनाया गया है। नए वित्तीय वर्ष में खर्च से ज्यादा आय की उम्मीद है , इसलिए 29 करोड़ के लाभ का बजट पेश हुआ है। नवादा नगर परिषद के अध्यक्ष पिंकी कुमारी की अध्यक्षता और नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी कन्हैया कुमार की देखरेख में बजट पेश हुआ और पारित हुआ। नगर परिषद की ओर से वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए सरप्लस का बजट पारित किया गया है। नया बजट एक अरब 5 करोड़, 96 लाख 85 हजार 500 रुपए का है। यह राशि शहरी गरीबों के विकास, शहर के सुंदरीकरण, साफ सफाई, सड़क नाला, रोशनी, भवन निर्माण, आवास निर्माण आदि पर खर्च होंगे। बजट में नगर परिषद में नवादा शहर को एक बड़े राशि के पार्क की सौगात दी है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो नवादा शहर को भव्य पार्क मिल सकता है।
बजट के सारांश के अनुसार इस बार 59 करोड़ 17 लाख 81 हजार 640 रुपए ओपनिंग राशि है। इसके अलावा अगले वित्तीय वर्ष में 76 करोड़ 35 लाख 21 हजार की आमदनी की उम्मीद है। इस तरह कुल मिलाकर नगर परिषद की अनुमानित आय एक अरब 35 करोड़ 53 लाख 2 हजार 640 रखी गई है । इस आय के परिपेक्ष्य में नगर सरकार ने एक अरब 5 करोड़, 96 लाख 85 हजार 500 रुपए का बजट रखा है। इस तरह इस बार 29 करोड़ 56 लाख 17 हजार 140 रुपए मुनाफा का बजट पेश हुआ है। आमदनी से कम खर्च का प्रावधान रखा गया है और 29 करोड़ से अधिक की बचत का अनुमान रखा गया है लिहाजा इसे 29 करोड़ के मुनाफे का बजट कहा जा सकता है।
सड़क और नाला निर्माण में नौ करोड़ खर्च का अनुमान:-
कहां कितना खर्च होगा
बजट में सबसे ज्यादा गरीबों के लिए फंड देने का प्रावधान किया गया है। शहरी गरीबों के लिए बजट का कुल 28.5% खर्च करने का प्रावधान है इसके तहत 39 करोड़ दो लाख खर्च किया जाएगा। सड़क एवं नाला निर्माण में 9 करोड़ों रुपए , पब्लिक टॉयलेट एवं कम्युनिटी टॉयलेट निर्माण में 4 करोड़ों रुपए सबके लिए आवास योजना के तहत 6 करोड़ रुपए, शहरी गरीबों के लिए बहुमंजिला आवासन में 50 लाख का खर्च होगा। शवदाह गृह सहित मोक्षधाम के लिए 50 लाख रुपए , वृद्धजनों हेतु आश्रय स्थल के लिए दो करोड़ रूपए, नगर सुंदरीकरण कार्यक्रम के तहत 60 लाख खर्च होगा।
पार्क निर्माण पर 8 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। सामुदायिक भवन पर दो करोड़ रुपए तथा पुस्तकालय निर्माण पर एक करोड़ खर्च किए जाएंगे। सबसे ज्यादा राशि शहरी गरीबों पर खर्च करने का प्रावधान है । 28.5 प्रतिशत राशि शहरी गरीबों पर खर्च करने की बात कही गई है। नगर परिषद के इस बार के बजट में महिला सशक्तिकरण पर भी जोर दिया गया है। कुल बजट का बड़ा हिस्सा महिला सशक्तिकरण के लिए खर्च होगा।
नए बोर्ड से नई उम्मीदें:-
वैसे तो नगर में समस्याओं की कमी नहीं है और तकरीबन हर क्षेत्र में नगर वासियों को असुविधा झेलनी पड़ रही है लेकिन नए बोर्ड के गठन के साथ ही उनकी उम्मीदें भी नई हो जाती हैं। नगर में साफ-सफाई की व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। पानी की तरह पैसा बहाने के बाद भी शहर को गंदगी से निजात नहीं मिल पा रहा है। बजबजाती नालियां, जलजमाव और जहां-तहां फैला कचरा बिमारियों को आमंत्रण दे रहा। प्रयास के बावजूद अब तक कचरा डंप करने के लिए डंपिंग यार्ड नहीं बन पाया है और ना ही कचरा निस्तारण की मुकम्मल व्यवस्था हो पाई है।
यहां से होगी आय:-
नगर परिषद की आय विभिन्न माध्यमों से अर्जित होगी। इनमे होल्डंग, संपति कर, संरक्षण कर, व्यापार लाइसेंस, सार्वजनिक स्थानों में विज्ञापन, नगर परिषद की संपत्तियों की सामुदायिक बुकिंग, जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र जारी कर, जल सप्लाई कर शामिल है। सरकार से प्राप्त अनुदान के रूप में भी नगर परिषद को प्रस्तावित आय प्राप्त होगा। वहीं, शहरी क्षेत्र के गरीबों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने, राजस्व भुगतान, शहर के साफ-सफाई, सीवरेज-ड्रेनेज, पानी, लाइटिंग और सड़क जैसे कई मदों पर बजट में खर्च करने का प्रावधान किया गया है।