नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के वारिसलीगंज तथा मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर में सीमेंट फैक्ट्री के लिए अदानी समूह 2300 करोड़ निवेश करने जा रही है। दोनों स्थानों पर फैक्ट्री खोलने के लिए सरकार अदानी समूह को भूमि उपलध करा दी है। बियाडा द्वारा भूमि उपलब्ध कराई गई है। वारिसलीगंज चीनी मिल की भूमि को सरकार पहले ही बियाडा को सौंप चुकी है।
वारिसलीगंज चीनी मिल की 70 एकड़ भूमि अदानी समूह को आवंटित की गई है। जिसके लिए अदानी समूह द्वारा निर्धारित राशि भी बियाडा को जमा करा दिए जाने की खबर है। इसी प्रकार मोतीपुर के लिए भी राशि जमा कराए जाने की खबर है। मोतीपुर में 25 एकड़ भूमि अदानी समूह को आवंटित की गई है।
वारिसलीगंज में 1400 करोड़ और मोतीपुर में 900 करोड़ रुपए अदानी समूह इन्वेस्ट करने की तैयारी में है।
बताया जाता है कि कुछ माह पहले अदाणी समूह की दोनों सीमेंट फैक्ट्री के प्रस्ताव को उद्योग विभाग ने अपनी मंजूरी प्रदान की है। उद्योग विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दोनों जगह सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना के लिए अदाणी समूह ने अपने काम को आगे बढ़ाया है।
सीमेंट फैक्ट्री के लिए पर्यावरण क्लियरेंस और सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट जरूरी होता है, इसके बगैर सीमेंट फैक्ट्री को आरंभ नहीं किया जा सकता। इन दोनों प्रक्रियाओं के लिए अदाणी समूह ने अपने काम को आगे बढ़ाया है। इन दोनों स्थान पर लगने वाली सीमेंट फैक्ट्री से 3 हजार लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की संभावना है।
स्थानीय स्तर पर अकुशल श्रमिकों के लिए बड़े स्तर पर अवसर भी उपलब्ध होंगे। सीमेंट फैक्ट्री के लिए वारिसलीगंज चीनी मिल को पहले ही जमींदोज किया जा चुका है। दोनों जगह की सीमेंट फैक्ट्री ग्राइंडिंग यूनिट होगी। अंबुजा सीमेंट के ब्रांड से सीमेंट का निर्माण किया जाएगा। या सीमेंट ब्रांड अब अदाणी समूह का है।
वारिसलीगंज में लग रही यूनिट से झारखंड को भी सीमेंट की आपूर्ति होगी। अदानी समूह द्वारा बियाडा में राशि जमा किए जाने से जिले के वारिसलीगंज तथा मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर में अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री के निर्माण कार्य में गति आएगी।
हालांकि, वारिसलीगंज के लोगों को सीमेंट फैक्ट्री रास नहीं आ रहा है। कृषि आधारित इलाका है। यहां के लोगों का कहना है कि फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना से किसानों को ज्यादा लाभ होता।