नवादा/बीपी प्रतिनिधि। जिले के शाहपुर ओपी क्षेत्र के बोझवां गांव से नशे की हालत में पकड़े गए बौरही मांझी की मौत के बाद प्रशासनिक महकमे में खलबली मची रही। पेशी के लिए लाए गए शख्स ने अदालत परिसर में दम तोड़ दिया था। जिसके बाद देर रात तक अधिकारियों व पुलिस बल का जमावड़ा अदालत परिसर में लगा रहा। एडीजे, एसपी समेत कई अधिकारियों ने रात में ही न्यायालय पहुंच कर घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
इधर, मृतक के परिजनों ने बोझवां गांव के समीप सड़क को जाम कर दिया। परिजन मुवावजे की मांग कर रहे हैं। गौरतलब है कि पेशी से पूर्व बौरही मांझी की मौत की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया था। देर रात तक अधिकारी व पुलिस व्यवहार न्यायालय का चक्कर लगाते रहे। मृतक की भाभी शोभा देवी ने कहीं की शाहपुर पुलिस घर में शराब की सूचना तलाश करने आए और कहे कि आप लोग शराब बनाते हैं।
जिसके बाद पूरी घर की तलाश की गई। जहां पर कुछ भी बरामद नहीं किया अंत में हमारे देवर पुलिस पर खूब बोलना शुरू कर दिया उसी दौरान पुलिस ने पकड़ कर अपने साथ ले गए। जिसके बाद हमारे देवर को थाना में ले जाकर जमकर पिटाई की गई। जिसके कारण उनकी हालत गंभीर हो गए। और शौच भी नहीं कर पा रहे। हम लोगों ने कहा कि हमारे देवर का कोई गुनाह नहीं छोड़ दीजिए लेकिन पुलिस ने सीधा पकड़कर नवादा कोर्ट ले गए।
जहां पर गवाही देने के दौरान देवर की मौत हो गई। परिवार ने सीधा आरोप लगाया है कि पुलिस की पिटाई से ही देवर की मौत हुई है। मौत के बाद 10 घंटा तक पुलिस सिविल कोर्ट में शव को रखें और फिर पोस्टमार्टम के लिए पटना भेजे हैं। हालांकि पहले इस मामले पर पुलिस पूरी तरह चुप्पी साधे थे लेकिन फिर खुल के सामने आए और मीडिया के सामने बंदी की मौत की दास्तान सुनाएं। अप पुलिस पर भी उठने लगी है सवाल क्या पुलिस कस्टडी में बंदी की की गई है पिटाई या फिर हार्ड अटैक से हुई है मौत पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी खुलासा।