नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के अकबरपुर थानाध्यक्ष अजय कुमार को कानून अपने हाथ में लेने की फितरत में शामिल है। इनके लिए नियम कानून कोई मायने नहीं रखता। हो भी क्यों नहीं जब पुलिस के वरीय अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।
ताजा मामला पाक्सो ऐक्ट के एक अभियुक्त से जुड़ा है जिसे वे खुद वीआईपी की सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। आश्चर्य तो यह कि इसका फोटो भी सबसे शान से वे खुद पत्रकारों को उपलब्ध करा रहे हैं।
क्या है मामला:- अकबरपुर के तत्कालीन कनीय विद्युत अभियंता दीपक कुमार के विरुद्ध एक नाबालिग बालिका ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण का आरोप लगाया था। काफी जद्दोजहद के बाद 5/05/22 को पाक्सो ऐक्ट के तहत अकबरपुर थाना कांड संख्या 143/22 दर्ज कर अनुसंधान आरंभ किया गया था। तकरीबन एक वर्ष बाद अकबरपुर थानाध्यक्ष ने रोहतास से गिरफ्तार कर लिया।
उपलब्ध करायी वीआईपी सुविधा:- नियमत: गिरफ्तार करने के साथ ही अभियुक्त के पास रहे सारे सामानों को जप्त करने का प्रावधान है। लेकिन तस्वीर में साफ देखा जा सकता है कि उन्हें मोबाइल की न केवल सुविधा उपलब्ध करायी गयी बल्कि वे मोबाइल से बातें भी कर रहे हैं।
पत्रकार सह वरीय नागरिक के मामले में भी तोड़ा था कानून:- बता दें इसके पूर्व 20 मई को इनके विरुद्ध समाचार प्रकाशित करने वाले वरीय नागरिक सह पत्रकार को क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर न केवल गिरफ्तार किया था बल्कि हाजत में बंदकर हाथ में हथकड़ी लगा फोटो वायरल कर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की धज्जियां उड़ाई थी। अब जब पुनः पाक्सो ऐक्ट के गिरफ्तार अभियुक्त को वीआईपी की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है तो मामले का संज्ञान अधिकार लेंगे भी क्या?