नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) बोधगया और राजगीर मार्ग के बीच नवादा जिले के हिसुआ में बुद्ध की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई जा रही है। इसे 2023 के आखिरी माह तक पर्यटकों के लिए खोल दिए जाने की योजना है। प्रतिमा की उंचाई 108 फीट है। यह बिहार की सबसे उंची प्रतिमा है। करीब 2 एकड के भू-भाग में निर्माण हो रहा वट थाई टेंम्पल में भूमि स्पर्श मुद्रा की प्रतिमा है। इस मूर्ति का निर्माण पिछले एक दशक से चल रहा है। थाईलैंड की संस्था वट नव मंडरा धम्मकर के जरिए इस मूर्ति का निर्माण कराया जा रहा है। टेम्पल निर्माण के अधिकारी फ़रमहाफान सुपजरो के मुताबिक, अब अंतिम चरण में है। इसके पहले बिहार की सबसे बड़ा उंची प्रतिमा बोधगया की रही है।
भगवान बुद्ध की मुर्ति ध्यान मुद्रा में 82 फुट ऊँची खुली हवा में एक कमल पर विराजमान है। 1982 में इसकी नींव रखी गई थी, जिसे 14 वें दलाई लामा ने 18 नवंबर 1989 को लोकार्पण किया था। बिहार के बोधगया के बाद सासाराम में गौतम बुद्ध की सबसे उंची प्रतिमा रही है, जिसकी उंचाई 80 फीट रही है। यह बुद्ध मूर्ति सिद्धासन की मुद्रा में 80 फीट उंची खुली हवा में एक कमल पर विराजमान है। सासाराम शहर के पुरानी जीटी रोड स्थित पायलट बाबा धाम परिसर में एएए महायोग फाउंडेशन के द्वारा 80 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराया गया है। गर्भ गृह में बुद्ध के विभिन्न अवस्थाओं की प्रतिमा स्थापित की गई है। सासाराम के बाद बिहार में राजगीर के घोड़ा कटोरा में निर्मित बुद्ध की प्रतिमा तीसरी उंची प्रतिमा रही है।
गया के बोधगया में ए जानी बिगहा गांव के समीप भगवान बुद्ध की प्रतिमा बनाई जा रही है। लेकिन इसकी उंचाई 30 फीट है। जबकि लंबाई 100 फीट और चैड़ाई 24 फीट होगी।
थाईलैंड की संस्था वट नवमी मंडरा धम्मकर के जरिए इस मूर्ति का निर्माण कराया जा रहा है। टेम्पल निर्माण के अधिकारी फ़रमहाफान सुपजरो के मुताबिक, अब अंतिम चरण में है। इस के पहले बिहार की सबसे उंची प्रतिमा बोधगया की रही है। भगवान बुद्ध की मुर्ति ध्यान मुद्रा में 82 फुट ऊँची खुली हवा में एक कमल पर विराजमान है। 1982 में इसकी नींव रखी गई थी, जिसे 14 वें दलाई लामा ने 18 नवंबर 1989 को लोकार्पण किया था। बिहार के बोधगया के बाद सासाराम में गौतम बुद्ध की सबसे उंची प्रतिमा रही है, जिसकी उंचाई 80 फीट रही है। यह बुद्ध मूर्ति सिद्धासन की मुद्रा में 80 फीट उंची खुली हवा में एक कमल पर विराजमान है।
सासाराम शहर के पुरानी जीटी रोड स्थित पायलट बाबा धाम परिसर में महायोग फाउंडेशन के द्वारा 80 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराया गया है। गर्भ गृह में गौतम बुद्ध के विभिन्न अवस्थाओं की प्रतिमा स्थापित की गई है। सासाराम के बाद बिहार में राजगीर के घोड़ा कटोरा में निर्मित बुद्ध की प्रतिमा तीसरी उंची प्रतिमा रही है। गया के बोधगया में जानी बिगहा गांव केवल समीप भगवान बुद्ध की प्रतिमा बनाई जा रही है। लेकिन इसकी उंचाई 30 फीट है। जबकि लंबाई 100 फीट और चैड़ाई 24 फीट होगी। यह बुद्धा इंटरनेशनल करने वालीं मिशन के द्वारा बनाया जा रहा है। इसकी नींव 2011 में रखी गई है, जिसे 2023 में पूरा करनेवाली का लक्ष्य है। बोधगया-राजगीर मार्ग के हिसुआ में 2 एकड़ के भू-भाग में भूमि स्पर्श मुद्रा प्रतिमा का निर्माण कराया जा रहा है.