नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड में मध्य विद्यालयों को अपग्रेड कर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बनाने के बाद उसका भवन निर्माण होने के बावजूद अब तक इन विद्यालयों में पढ़ाई की शुरुआत नहीं हो पाई है। जिसकी वजह से 5 साल पूर्व बने इन विद्यालयों के भवन यूं ही बेकार पड़े हैं ।और तो और ये सभी भवन देख-रेख और रख-रखाव के अभाव में टूटने- फूटने के कगार पहुंच गए हैं। ऐसा ही एक विद्यालय रजौली प्रखंड के रजौली पश्चिमी पंचायत की छपरा में एनएच 20 के किनारे है।
उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छपरा का भवन बने 5 साल से ज्यादा बीत गए हैं। लेकिन अब तक विद्यालय के इस भवन में कक्षाएं की शुरूआत नहीं हो सकी है। छपरा में पूर्व से बने मध्य विद्यालय में ही कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई कराई जा रही है। विद्यालय के शिक्षक ने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा प्लस टू के शिक्षकों की बहाली नहीं किए जाने के कारण 5 वर्ष पूर्व बने यह भवन अब तक बेकार पड़ा है। अगर 1-2 शिक्षक की भी बहाली हो जाती तो कम से कम कक्षा नौवीं व दसवीं के छात्र- छात्राओं को पढ़ाई के लिए इस भवन में शिफ्ट कर दिया जाता।
शिक्षकों की बहाली नहीं होने के कारण जिले के सभी भवन अब तक अधर में लटका पड़ा है।जबकि मैट्रिक बोर्ड परीक्षा के लिए प्राइवेट स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है जिससे प्राइवेट स्कूलों के संचालकों में रोष देखा जाता है। प्राइवेट स्कूलों के संचालकों ने बताया कि प्राइवेट विद्यालयों से अच्छा क्षेत्र में दर्जनों अपग्रेड उच्च माध्यमिक विद्यालय बन कर वेकार पड़ा है। इस संबंध में एसडीओ आदित्य कुमार पियूष से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग से जानकारी लेकर बताया जाएगा।