Nawada, Rabindra Nath Bhaiya: जिले के वारिसलीगंज नगर परिषद क्षेत्र में होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार कार्य ने अचानक रफ्तार पकड़ ली है। उम्मीदवार एवं उनके समर्थक खुलकर चुनाव मैदान में आ गए हैं। पूर्व में चुनाव स्थगित होने की निराशा से अब लोग उबर चुके हैं। ई-रिक्शा प्रचार का सस्ता और सुगम माध्यम हो गया है। वाहनों पर बैनर लगाकर इलेक्ट्रॉनिक चिप के माध्यम से सुरीली चुनावी गीतों से क्षेत्र गुंज रहा है। प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ फिर से जनता – जनार्दन के घर- घर जाकर उनसे जीत के लिए आशीर्वाद मांग रहे हैं। जनता की चुप्पी और मुंह पर किसी को भी नाराज नहीं करने की उनकी चाहत से उम्मीदवार हैरान- परेशान हैं। मतदाता हर उम्मीदवार की हाँ में हाँ मिला रहे हैं। निठल्ले समय बिताने वाले उचरिंग जैसे लोगों की फिलवक्त बल्ले-बल्ले है।
कुछ उम्मीदवार अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के लिए बाजाप्ता नाश्ता-भोजन और घर जाने वक्त उनके परिजनों के लिए तिलकुट तथा शाक – सब्जी के लिए कुछ नकदी भी ब्यवस्था कर रहे हैं। कुछ प्रत्याशियों ने तो मतदताओं को रिझाने के लिये मीट – मछली और लाल पानी का भी इंतजाम कर रखा है। बहुत से प्रत्याशी चुनाव के बाद अनहोनी की आशंका से चुनावी समर में फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रहे हैं। इसके चलते चुनाव को चंद दिनों का रोजगार समझने वाले लोगों को मजा नहीं आ रहा है। चुनाव स्थगित होने पर भी जो प्रत्याशी अथवा उनके समर्थक मतदाताओं से संपर्क करते रहे, वे अपने को चुनावी सफलता के करीब मान रहे हैं। जबकि नगर निकाय चुनाव के संबंध में सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट के फ़ैसले की ओर जो टकटकी लगाए बैठे रहे, उनमें कम जोश देखा जा रहा है।
मुख्य पार्षद (चेयरमैन) , उप मुख्य पार्षद (वाईस चेयरमैन) तथा वार्ड पार्षद पद के लिए चुनावी मैदान में ताल ठोंक रहे उम्मीदवार एवं उनके समर्थक फिर से जीत के लिए हर संभव उपाय करने को आतुर हैं। चुनाव प्रचार में मशगुल उपाध्यक्ष पद उम्मीदवार स्थानीय बाजार निवासी अरुण प्रसाद ने कहा कि वार्ड पार्षद के रूप में पूर्व में बेहतर काम करने एवं सबको साथ लेकर चलने का इनाम मिलने का उन्हें पूरा भरोसा है। उन्होंने मतदाताओं से ईवीएम के क्रमांक 1 पर गेहूँ की बाली चुनाव चिह्न पर बटन दबाकर भारी बहुमत से जीत दिलाने का निवेदन किया। समर्थकों के साथ स्थानीय बाजार के माफी गली मुहल्ले में चुनाव प्रचार कर रही वार्ड सं. 12 की वार्ड पार्षद प्रत्याशी नीलू कुमारी और उनके पति सामाजिक कार्यकर्ता सुमन कुमार ने कहा कि मतदाताओं के अद्भुत प्यार और सहयोग से जीत सुनिश्चित है।
उन्होंने मतदाताओं से ईवीएम के क्रमांक 2 पर ढोलक छाप पर बटन दबाकर जीत दिलाने की अपील की। वार्ड 22 के पटेल नगर में अपने समर्थकों के साथ धुआंधार प्रचार कर रहे वार्ड पार्षद उम्मीदवार राजा माझी तथा उनके प्रतिनिधि सोनु कुमार ने कहा कि उन्हें हर जाति – वर्ग का भरपूर समर्थन मिल रहा है , इसलिए जीत सुनिश्चित है। उन्होंने ईवीएम के क्रमांक 2 पर ढोलक चुनाव चिह्न पर बटन दबाकर रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाने की मतदाताओं से आग्रह किया। मतदाताओं के अपार प्रेम और सहयोग से गदगद वार्ड सं. 14 से वार्ड पार्षद उम्मीदवार मुन्नी देवी और उनके प्रतिनिधि रंजीत कुमार उर्फ मिंटू कुमार ने कहा कि उनकी जीत में कोई शक की गुंजाइश नहीं है। उन्होंने ईवीएम के क्रमांक 1 पर कलम-दवात चनाव चिह्न पर बटन दबाकर उनकी जीत सुनिश्चित करने की मतदाताओं से आग्रह किया।
चुनाव में जीत के लिए जी- तोड़ मिहनत कर रही वार्ड संख्या 13 की वार्ड प्रत्याशी रीता देवी एवं उनके प्रतिनिधि मनीष कुमार ने संगत पर मुहल्ले में प्रचार के दौरान कहा कि मतदाताओं का उन्हें पूरा समर्थन मिल रहा है , इसलिए उनकी जीत निश्चित है। उन्होंने ईवीएम के क्रमांक 6 पर काठ गाड़ी छाप पर बटन दबाकर जीत दिलाने का मतदाताओं से निवेदन किया। वार्ड संख्या 7 से नगर निकाय चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने लिए निरंतर सक्रिय वार्ड पार्षद प्रत्याशी बेबी देवी तथा उनके पति सामाजिक कार्यकर्ता शंकर राम ने गोपालपुर में घर – घर संपर्क करने के दरम्यान कहा कि उन्हें ईश्वर तुल्य मतदाताओं पर पूरा भरोसा है जो उन्हें जीत दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।
उन्होंने 18 दिसंबर को चुनाव के दिन ईवीएम के क्रमांक 2 पर ढोलक चुनाव चिह्न पर बटन दबाकर उन्हें रिकॉर्ड मतों से जीत दिलाने की मतदाताओं से प्रार्थना की। वारिसलीगंज नगर परिषद चुनाव के संबंध में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कांग्रेस नेता सह पूर्व मुखिया अक्षय कुमार उर्फ गोरेलाल सिंह ने कहा कि नगर निकाय चुनाव में मतदाता जाति – धर्म से ऊपर उठकर मतदान करेंगे और ऐसे उम्मीदबार को चुनेंगे जो बिना भेदभाव के क्षेत्र का सर्वांगीण विकास कर सकें। सूफी संत हक़ीम मोहम्मद सलाहउद्दीन खान चिश्ती ने कहा कि जो नगर परिषद क्षेत्र को शांति और विकास के रास्ते पर ले जाये , उसे ही जिताना उचित है.