नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) बुधवार की देर रात जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के चंडीपुर(सौर) गांव के युवक गौतम कुमार की गोली मारकर हुई हत्या का राज जल्द ही खुल जायेगा, इसकी संभावना बढ़ गई है। परिजनों से कुछ ऐसे संकेत पुलिस को मिले हैं, जिससे अपराधियों तक पुलिस आसानी से पहुंच सकती है।
मृतक के पिता राम प्रवेश सिंह द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कुल 4 लोगों को आरोपित किया गया है जिसमें दो नामजद और दो अज्ञात शामिल हैं। नामजदों में ग्रामीण स्व. अर्जुन सिंह के दो पुत्रों अंजनी सिंह और मनोज सिंह शामिल हैं। अज्ञात कौन है पुलिस को उसे ही तलाशना है। संभवतः हलावर दोनों अज्ञात सुपारी किलर था
अबतक के घटनाक्रम का जो सार-संक्षेप सामने आया है उसके अनुसार मृतक गौतम कुल तीन भाइयों में सबसे छोटा था। बड़े भाई संजीत सिंह और मंझला भाई राजाराम हैं। मंझला भाई राजाराम की जमीन को कांड आरोपित भाइयों अंजनी और मनोज ने अपने नाम लिखवा लिया था। जिसका विरोध गौतम कर रहा था। इसी को लेकर उसकी हत्या करा दी गई। वैसे सच तो पुलिस अनुसंधान में ही सामने आएगा।
फ्लिपकार्ट का मैनेजर बनकर किराए पर मकान लेने पहुंचा था हमलावर:-
बता दें कि किराएदार बनकर दुकान देखने आए बदमाशों ने गौतम के सीने में नजदीक से गोली मार दी थी। बीम्स पावापुरी में उसे मृत घोषित किया गया था। इस मामले में जो बात छनकर आ रही है उसमें कहा जा रहा है कि गौतम के मोबाइल पर पास के मुशहरी टोला के राधे मांझी के बेटे के मोबाइल से घटना के कुछ देर पहले कॉल किया गया था।
कॉल करने वाले ने कहा था कि वारिसलीगंज-खरांट पथ पर अरविंद सिंह के नवनिर्मित मकान को किराए पर लेना है। खुद को ई कॉमर्स कंपनी फिलिपकार्ट का मैनेजर बताया था। गौतम की अरविंद से पटती थी। संपर्क किया तो अरविंद सिंह ने चाबी गौतम को दे दिया। साथ ही अपने बटाईदार मलूका बिगहा के बासुदेव यादव को भी वहां भेजा। मकान देखने के दौरान ही गौतम को गोली मारी गई।
शातिर थे दोनों हमलावर, सुपारी लेकर की हत्या:-
कहा जा रहा है कि ग्राउंड फ्लोर को देखने के बाद हमलावरों ने फर्स्ट फ्लोर को देखने की इच्छा जताई। फर्स्ट फ्लोर देखने के बाद सीढ़ी से सभी नीचे उतर रहे थे। तभी एक बदमाश ने कहा कि ऊपर के कमरे का दरवाजा खुला रह गया है। जिसपर गौतम ने साथ रहे बासुदेव यादव को दरवाजा बंद करने को कहा।
बासुदेव फिर से ऊपर दरवाजा बंद करने चले गए। इस दौरान गौतम और दोनों बदमाश नीचे हॉल में पहुंच गए। जबतक बासुदेव नीचे आते दोनों बदमाश गौतम को सीन में गोली मारकर फरार हो चुके थे। दोनों बदमाश अपाचे बाइक से पहुंचे थे।
खूब हुआ बबाल:-
गौतम की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर बबाल काटा। बीम्स पावापुरी से शव को लेकर गांव पहुंच गए और शव को वारिसलीगंज-खरांट पथ पर रखकर आवागमन ठप कर दिया। पुलिस हस्तक्षेप के बाद 11 बजे रात में शव को पोस्टमार्टम के लिए उठाया गया।
पोस्टमार्टम के बाद भी किया गया सड़क जाम:-
सुबह में पोस्टमार्टम बाद शव को लेकर पहुंचे ग्रामीणों ने फिर से सड़क जाम कर दिया। लोग अंत्येष्टि के पहले हत्यारों की गिरफ्तारी और मुआवजा की मांग कर रहे थे। कई घंटे जाम के बाद 11 बजे दिन में शव को अंत्येष्टि के लिए लोग उठाकर ले गए।
पारिवारिक लाभ के तहत 20 हजार और कबीर अंत्येष्टि के तहत 3 हजार रुपए फिलहाल आश्रित परिजनों को दिया गया है। मृतक की 2016 में शादी हुई थी। पत्नी निक्की सहित पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
पेशे से वाहन चालक था गौतम:-
मृतक पेशे से वाहन चालक थे। पास के गांव कुंभी के निवासी जज साहब के पिता के निजी वाहन चालक थे। सामान्य परिवार से आते थे। घटना के बाद से तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। फिलहाल, किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।