- 72 घंटे में चार डिग्री लुढ़का पारा, न्यूनतम सात पर पहुंचा पारा, अलाव बना सहारा
नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले में कंपकंपाने वाली ठंड लगातार जारी है। आलम यह है कि दोपहर में भी ठिठुरन कम नहीं हो रही है। लगातार दिन-रात पछुआ हवा बहने से और ठंड बढ़ी हुई रहने से लोगों को अनेक तरह की परेशानीयां हो रही है। हवा चलने से ठंड ने गलन का रूप अख्तियार कर लिया है। तापमान में पिछले 72 घंटे में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। गलन भरी ठंड से गरीबों का जीवन दुश्वार हो गया है। खासकर निराश्रित रूप से फुटपाथ पर जीवन बिताने वाले लोग परेशान हैं। शहर में प्रजातंत्र चौक पर अस्थाई आश्रय स्थल बनाया गया है ,लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में इक्के दुक्के लोग ही आ रहे हैं।
प्रखंड स्तरीय बाजारों में तो किसी प्रकार की व्यवस्था भी नहीं है। बेघर लोगों के साथ बड़ी त्रासदी है। सर्दी के चलते लोगों का रोजमर्रा का काम प्रभावित हो रहा है। गरीबों की मदद के लिए जिला प्रशासन के आदेश पर प्रजातंत्र चौक पर अस्थाई रूप से आश्रय स्थल तो बनाए गए हैं। ठंड बढ़ने के बाद कुछ जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है लेकिन यह नाकाफी है। शहर में इक्के दुक्के अलाव जलते दिख रहे हैं, लेकिन जिले के कई सार्वजनिक स्थानों, बसों स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों, सरकारी अस्पतालों पर अलाव नदारत है। सदर अस्पताल में स्थाई रूप से रैन बसेरा बनाया गया है लेकिन अब तक नगर परिषद को हैंड ओवर नहीं किया गया है। एक अन्य अस्थाई रैन बसेरा कलेक्ट्रेट के सामने बनवाया गया है। इसमें गद्दे , तकिया, मच्छरदानी, ओढ़ना आदि तो रखवाया है, लेकिन यह जरूरतमंद के काम नहीं आ रहा है। लोगों को इसकी जानकारी भी नहीं है।
अस्थाई रैन बसेरा में काम कर रहे केयर टेकर ने बताया कि यहां 10 बेड लगाए गए हैं, लेकिन रोज 4/5 लोग ही आ रहे हैं। इनमें से ज्यादा तर रिक्शा चालक हैं। जबकि शहर में बड़े पैमाने पर बेघर लोग हैं जो रेलवे स्टेशन, मंदिरों आदि स्थानों पर जैसे तैसे जीवन काट रहे हैं। बुधवार को अधिकतम तापमान 18 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेंटीग्रेड दर्ज किया गया। शहर के 11 स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। अन्य जगह भी जहां जरूरत होगी वहां व्यवस्था की जाएगी। सदर अस्पताल में बने स्थाई रेन बसेरा अभी हैंडओवर नहीं हुआ है। लिहाजा कलेक्ट्रेट के पास और अस्थाई रैन बसेरा बना कर निराश्रित लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है।
जिले में अभी चार पांच दिनों तक कंपकपाने वाली ठंढ का कहर जारी रहेगा। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार इस सप्ताह ठंड और कोहरा से राहत नहीं मिलेगी। लगातार पड़ रही ठंड के कारण अनेक घरों में लोग बीमार पड़ रहे हैं। सर्दी-जुकाम के साथ ही सर दर्द व खांसी की शिकायत आम है। अस्पताल में मरीजों की संख्या ठंड पीड़ितों की हर रोज पहुंचती है। लोगों के घरों में टंकी का पानी रात में रहने के बाद सुबह में इतना ठंढा हो जाता है कि पानी को हाथ लगाना भी मुश्किल होता है। सुबह सबेरे बाथरूम गये लोगों को पानी ठंडा रहने के कारण करंट जैसा लगता है। हरेक लोगों के घरों में चापाकल की सुविधा नहीं है। गर्म खाना भी तुरंत ठंडा हो जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से सभी सार्वजनिक स्थलों, गरीब मलिन बस्तियों में अलाव जलाने की मुकम्मल व्यवस्था तक नहीं की गयी है।