रेल राज्यमंत्री को सौपा ज्ञापन,नवादा में रेल फाटक के पास आरओबी व वारिसलीगंज, नवादा व तिलैया स्टेशन पर सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का हो ठहराव

नवादा

नवादा(रवीन्द्र नाथ भैया) जिला कुशवाहा सेवा समिति की केंद्रीय समिति के सदस्यों ने नवादावासियों को जाम से मुक्ति दिलाने को ले केंद्रीय रेल राज्य मंत्री को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं से अवगत कराया। नगर के तीन नंबर बस स्टैंड स्थित केशव कपूर मेमोरियल हॉस्पिटल में आयोजित छोटे समारोह में रेल राज्य मंत्री को हॉस्पीटल संचालक डॉ बसंत कुमार, समिति के जिलाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद तथा सचिव विजय कुमार के द्वारा सौंपे गए आवेदन में कहा गया है कि बस स्टैंड नंबर-3 को जोड़ने वाली समपार फाटक संख्या-33 पर ओवर ब्रिज नहीं रहने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, चूंकि किउल-गया रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है, ऐसी स्थिति में इस रेल लाईन पर गाड़ियों तथा एनटीपीसी बाढ़ के लिए कोयला लदा मालगाड़ी का परिचालन बढ़ जाने के कारण समपार फाटक घंटो बंद रहती है।

अधिक देर फाटक बंद रहने के कारण कई किलोमीटर तक जाम हो जाती हैं।खासकर एम्बुलेंस एवं स्कूली वाहनों को समय पर अपने गंतव्य पर पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कई बार मरीजों की जान जाने की नौबत आ जाती है। समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंच पाते हैं। लगभग नवादा शहर के लाखों लोगों के लिए यह समस्या बन चुकी है। बढ़ती आबादी एवं वाहनों के कारण आये दिन जाम की समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ता है।

नवादा शहर, सदर अस्पताल, समाहरणालय तथा न्यायालय जाने के लिए यह समपार फाटक पार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। समिति ने अनुरोध किया कि लाखो लोगों की समस्या का निदान करने को लेकर मुख्य मांगो से अवगत मंत्री को कराया। सभी पैसेंजर ट्रेन में स्पेशल ट्रेन किराया अभी तक लिया जा रहा है जो विचारणीय है।

सभी एक्सप्रेस गाड़ियों का ठहराव नवादा, वारिसलीगंज तथा तिलैया सटेशन पर किया जाय तथा देश की राजधानी नई दिल्ली के लिए नई ट्रेन कि व्यवस्था करने के साथ साथ महाबोधि एक्सप्रेस को नवादा के रास्ते दिल्ली तक किया जाय और रेल ओवर ब्रिज का निर्माण अविलंब करने की अनुमति प्रदान की जाय। समारोह में केंद्रीय मंत्री तथा भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल मेहता को डॉक्टर बसंत कुमार, डॉ विकास कुमार के अलावा अरुंजय मेहता के द्वारा शॉल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मौके पर समिति के दर्जनों सदस्य मौजूद थे।