Rabindra Nath Bhaiya: जिले में सोशल मीडिया का खबर का असर देखने को मिला है। लापरवाही करनेवालों के विरोध में खबर लिखे जाने के बाद कार्रवाई की गई है। बता दें सदर अस्पताल में बुधवार को इलाज के अभाव में सड़क दुघर्टना में जख्मी मैट्रिक परीक्षा के छात्र ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजनों द्वारा जमकर हंगामा किया गया। अब इस मामले की जांच की जा रही है। मौत के बाद सदर अस्पताल पहुंचे डीडीसी दीपक कुमार मिश्रा, सदर एसडीओ उमेश कुमार भारती ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जांच शुरू की। दोनों अधिकारी ने एक घंटा तक सिविल सर्जन कार्यालय में बैठकर सभी रजिस्टर को मंगा कर गंभीरता से जांच की। लापरवाही करने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। जबकि सदर एसडीओ कई कागजात को भी अपने साथ ले गए हैं।
बता दें कि इलाज के दौरान 2 लोगों की मौत हो चुकी है। एक छात्र की मौत पावापुरी के अस्पताल में इलाज के क्रम में हुई। सिविल सर्जन बैद्यनाथ चौधरी ने बताया कि ड्यूटी में डॉक्टर थे। लेकिन वे ड्रेस में नहीं थे। उन्हें पहले इमरजेंसी में सेवा देना चाहिए था। लेकिन वहां जाने के बजाए वे पोस्टमार्टम हाउस चले गए। जबकि 4 लोग सड़क दुर्घटना में घायल होकर इमरजेंसी में आए थे।
घटना में डॉक्टर और उपाधीक्षक की लापरवाही सामने आई है। जिसके बाद सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अजय कुमार और डॉक्टर आरपी सहगल का वेतन बंद करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है। सिविल सर्जन ने बताया की सभी पदाधिकारियों और कर्मियों को आदेश दिया गया है कि सभी लोग ड्यूटी के वक्त वर्दी में रहें नहीं तो कार्रवाई की जाएगी। बुधवार को देखने को मिला कि न ही उपाधीक्षक न ही कोई डॉक्टर वर्दी में थे। इस प्रकार की लापरवाही करने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।