Rabindra Nath Bhaiya: साइबर ठगी के एक मामले में छत्तीसगढ़ राज्य की पुलिस ने जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भवानी बीघा गांव में छापेमारी की। इस दौरान एक जालसाज को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 04 लाख 59 हज़ार 700 रुपये नकद सहित अन्य सामानों की गई। बाद में ट्रांजिट रिमांड पर छत्तीसगढ़ पुलिस उसे अपने साथ ले गई। छत्तीसगढ़ से आए पुलिस अधिकारियों द्वारा बताया गया कि आरोपी के द्वारा केएफसी का फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर जालसाजी किया गया था। जालसाज के द्वारा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला के भिलाई तालपुरी निवासी राकेश राजेश कुमार से फ्रेंचाइजी दिलाने के नाम पर ₹9,30,500 की ठगी की गई थी।
ठगी के शिकार द्वारा इस बाबत साइबर अपराधियों का मोबाइल नंबर देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। प्राथमिकी दर्ज होते ही छत्तीसगढ़ पुलिस मामले की जांच में जुट गई थी। पीड़ित द्वारा दिए नंबर के लोकेशन के आधार पर आरोपी के घर पर छापेमारी की गई। इस क्रम में रोही महतो के पुत्र रामप्रवेश प्रसाद को ठगी से अर्जित की गई 4,59,700/- रुपये नकदी के अलावे विभिन्न कंपनियों का 13 मोबाइल सेट एक लैपटॉप, एक टैब और तीन एटीएम बरामद करते हुए गिरफ्तार किया गया।
जबकि छापेमारी की भनक लगते ही ठगी का मुख्य आरोपी भागने में सफल रहा। बताया गया कि मामले में और भी जालसाज संलिप्त है। जिसे पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। मौके से कुछ और युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए थाना लाया गया था। सभी को बाद मुक्त कर दिया गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सहित गिरोह के अन्य सदस्यों का कुछ और ठगी के मामलों में संलिप्तता है। जिसकी जांच जब्त मोबाइल और लैपटॉप के जरिए की जा रही है।
बता दें कि भवानी बीघा गांव साइबर क्राइमरों का बड़ा गढ़ बन गया है। कई की गिरफ्तारी और करोड़ों रुपए की बरामदगी अबतक हो चुकी है। यहां हैदराबाद की पुलिस से साइबर अपराधियों के मुठभेड़ में गोलीबारी तक की वारदात हो चुकी है। कई राज्यों की पुलिस इस गांव में कार्रवाई कर चुकी है। कइयों की गिरफ्तारी के बाद भी धंधा पर विराम लगने के बजाय दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।