बड़े भाई ने कहा – कर्ज बन गया है जिंदगी का हिस्सा; 6 की मौत के बाद मातम
Nawada, Rabindra Nath : नगर में सामूहिक आत्महत्या की घटना से जिलावासी सकते में हैं। जिले में इस प्रकार की यह पहली घटना है। जिसने भी सुना, वो स्तब्ध रह जा रहा था। किसी को इसपर सहसा विश्वास नहीं हो पा रहा था। कर्ज के चलते पूरे परिवार को इस प्रकार का कदम उठाने के लिए मजबूर होने की इस घटना की चर्चा हर किसी की जुबान पर है।
न्यू एरिया मोहल्ले में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। मोहल्ले के लोग इस घटना को आसानी से पचा नहीं पा रहे हैं। दो साल पहले मृतक केदार लाल गुप्ता के चाट स्टॉल पर काम करने वाले संटू कुमार ने बताया कि वो लोग काफी अच्छे थे। बताया कि काम करने के दौरान कभी-कभी केदार डांट देते थे। लेकिन कुछ देर बाद अपनी परेशानी बताकर प्यार से बात करते थे। मुहल्ले के कैलाश विश्वकर्मा ने बताया कि घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। देख-जानकर मन विचलित हो गया है।
जिंदगी का हिस्सा बन गया है कर्ज:- मृतक केदार के बड़े भाई शम्भूनाथ ने बताया कि भतीजा अमित से घटना की जानकारी मिली। दुख को बयान नहीं किया जा सकता है। कर्ज तो जिंदगी का हिस्सा बन गया है। कर्ज लेकर ही जिंदगी जीने की विवशता है। छोटा भाई केदार काफी संघर्ष कर अपने परिवार की परवरिश कर रहा था।
खत्म हो गया हंसता-खेलता परिवार:
दो साल पहले केदार चाट का स्टॉल लगाते थे। ठेला पर बेटा अमित व प्रिंस सहयोग करते थे। वहीं पत्नी अनिता देवी, बेटी शबनम कुमारी, गुड़िया कुमारी व साक्षी घर में कच्चा मेटेरियल तैयार करने में मदद करती थी। फिर केदार फल की दुकान चलाने लगे, जिसमें पूरा परिवार मदद करता था। अब यह परिवार पूरी तरह खत्म हो गया। अब दिल्ली में रहने के चलते बड़ा बेटा अमित जीवित है। वहीं बेटी साक्षी पावापुरी के विम्स में जिंदगी-मौत के बीच जंग लड़ रही थी, लेकिन अचानक 14 घंटा के बाद साक्षी की भी मौत हो गई। दो अन्य शादीशुदा बेटियां ससुराल में रहती है
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