Nawada, Rabindra Nath Bhaiya: जिलाधिकारी उदिता सिंह ने कार्यालय प्रकोष्ठ से जिले के 14 प्रखंडों के सभी पंचायतों में महिलाओं को पूर्ण साक्षर करने के लिए वीडियो काॅफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रखंडों के प्रभारी वरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आदि को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं को पढ़ने के साथ-साथ लिखना भी आना चाहिए. इसके लिए सभी पंचायतों में महिला साक्षरता केन्द्र का चयन कर उद्घाटन करना सुनिश्चित करें. जिलाधिकारी ने कहा नवादा जिलान्तर्गत सभी महिलाओं को 26 जनवरी 2023 तक पूर्ण साक्षर करना सुनिश्चित करें.
जिले के सभी प्रारंभिक एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालयों में साक्षरता केन्द्र एवं अभिसरण केन्द्र के रूप में विकसित कर सभी महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दें. उन्होंने कहा कि 01 दिसम्बर 2022 को सभी वरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ बैठक कर महिला साक्षरता के लिए रणनीति बनायें साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्रान्तर्गत सभी गाॅवों में महिला साक्षरता कार्यक्रम के लिए प्रभात फेरी एवं जन प्रतिनिधियों के साथ चैपाल के माध्यम से आम जन के बीच प्रचार-प्रसार करायेंगे एवं 06 दिसम्बर 2022 तक सर्वे का कार्य पूर्ण कर साक्षर किये जाने वाले महिलाओं की सूची मुख्यालय में उपलब्ध करायेंगे.
07 सितम्बर 2022 को सभी प्रखंडों में महिला साक्षरता केन्द्र का उद्घाटन सभी जन प्रतिनिधि एवं स्कूल के प्रधानाध्यापक के साथ करें. प्रत्येक शुक्रवार को साप्ताहिक प्रगति परीक्षा का आयोजन निर्धारित प्रारूप में मुख्यालय में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया. उन्होंने कहा कि इसके पूर्व में साक्षर की गई महिलाओं को भी साथ में पुनः पढ़ाया जाय. जिला पदाधिकारी ने कहा कि किसी-किसी जगह पर महिलाओं से पूछ-ताछ करने पर अच्छा फिडबैक मिला. बहुत सारी महिलाएं अच्छे स्थिति में हैं.पढ़ने के साथ-साथ लिखना भी जानती हैं. इसपर जिला पदाधिकारी ने खुशी जाहिर की.
उन्होंने कहा कि प्रखंडों के सभी वरीय पदाधिकारी महिलाओं को पूर्ण साक्षर करने के लिए एक अच्छा वातावरण बनाएं और अलग-अलग ग्रूप में बांटकर निर्धारित समय-सीमा 26 जनवरी 2023 के पूर्व सभी चयनित महिलाओं को साक्षर करें. इससे संबंधित किसी प्रकार की समस्या का तत्काल निवारण करना सुनिश्चित करें. पूर्ण साक्षर के लिए सभी गाॅवों में महिलाओं को विशेष कैम्प लगाकर सरकार के विभिन्न योजनाओं से उन्हें आच्छादित करने का निर्देश दिया . इसमें सभी महिलाओं का स्वास्थ्य सिविल सर्जन के द्वारा सभी शिविरों में मेडिकल कैंप लगाया जाएगा जिसके माध्यम से महिलाओं की स्वास्थ्य चेकअप होगा और आवश्यकता के अनुसार परामर्श और निःशुल्क दवाई भी दी जायेगी.
जिला पदाधिकारी ने कहा कि महिलाओं को शिक्षित करने से निश्चित तौर पर जीवन स्तर में सुधार आयेगा और अपने परिवार और समाज और उत्थान में महत्वूपर्ण भूमिका निर्वहन करेगी. एक शिक्षित महिला अपने बच्चों को आगे पढ़ाई करने के लिए मजबूर करेगी, जिससे बेहतर जीवन जीने की इच्छा शक्ति को बढ़ावा मिलेगा. महिलाओं को शिक्षित करने से उनके आत्मसम्मान में बढ़ावा और उसकी मदद से महिलाओं की प्रतिष्ठा बढ़ती है.
एक शिक्षित महिला अपने अधिकारों के बारे में जागरूक होती है. एक शिक्षित महिला सामाजिक बुराइयों जैसे घरेलू हिंसा, दहेज मांग, मजदूरी आदि जैसे कारणों का विरोध करती है. बैठक में वरीय पदाधिकारी प्रशांत अभिषेक, सुजीत कुमार, अमु अमला, प्रियंका सिंहा, अपर्णा झा एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मो0 मजहर हुसैन, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी के साथ-साथ सभी प्रखंड षिक्षा पदाधिकारी उपस्थित थे.