Nawada, Rabindra Nath Bhaiya: जिलाधिकारी उदिता सिंह की अध्यक्षता में बाल विकास परियोजना के तहत कार्यान्वित की जा रही सभी योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक हुई। उन्होंने डीपीओ आईसीडीएस कुमारी रीता सिंहा को निर्देश दिये कि आँगनबाड़ी केन्द्रों में सभी नामांकित बच्चों का शत-प्रतिशत पोषण ट्रैकर बृद्धि रिपोर्ट दें। केन्द्रों में आने वाले सभी कुपोषित बच्चों का निगरानी करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अति कुपोषित सभी बच्चों का डाटा सही-सही बनायें। प्रखंडों में कार्यरत महिला सुपरवाईजर के माध्यम से भी अति कुपोषित बच्चों को क्राॅस जाॅच और सभी बच्चों की सूची सत्यापित करने का निर्देश दिये। अति कुपोषित बच्चों को इससे मुक्त करने के लिए उनके माता-पिता के साथ काउन्सिलिंग करने का निर्देश सभी सीडीपीओ को दिया गया।
कुपोषित बच्चों के माता-पिता को पोषण, आवष्यक टीके एवं सरकार के द्वारा दी जा रही बिटामीन के संबंध में जागरूक करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी सीडीपीओ को कहा कि कुपोषण को समाप्त करने के लिए एक प्लान बनाएं और 26 जनवरी 2023 के पूर्व आंगनबाड़ी केन्द्रों में आने वाले सभी बच्चों को कुपोषण से मुक्त करायें। बैठक में उप विकास आयुक्त दीपक कुमार मिश्रा ने कहा कि साप्ताहिक प्रखंडों/पंचायतों में लगने वाले शिविरों में भी कुपोषित बच्चों के माता-पिता को आमंत्रित करें जिससे उन्हें बेहतर ढ़ंग से जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिए सभी प्रकार की आधारभूत सुविधा, पेय जल, शौचालय, बैठने की उत्तम व्यवस्था आदि सुलभ करायें।
जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को निर्देश दिये कि जो केन्द्र किराये के मकान में संचालित हो रहा है और बच्चों के बैठने के दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं है तो उसे अविलम्ब दूसरे किराये का मकान में शिफ्ट करना सुनिश्चित करें। नारदीगंज सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि बच्चों के अफ्ट करना सुनिश्चित करें। नारदीगंज सीडीपीओ को निर्देश दिया गया कि बच्चों के अद्यतन डाटा को सही-सही करें। ग्रोथ माॅनेटरिंग को शत-प्रतिशत करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिया गया। शैम और मैम बच्चों को जागरूक करने के लिए विशेष चैपाल लगाने और प्रत्येक पंचायतों में कार्यक्रम शुभारम्भ करने का निर्देश दिया गया।
श्रीमती सिंह ने जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित कर सभी केन्द्रों की सख्त निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रखंडों/पंचायतों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक जाॅच करें और अनुपस्थित पाये जाने पर विधि-सम्मत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में शिक्षा और स्वास्थ्य विभागों से संचालित विभिन्न योजनाओं का जिला नियंत्रण कक्ष से प्रतिदिन निगरानी की जा रही है। डीसी बिल को ससमय निष्पादन करने का निर्देश दिया। बैठक में सत्येन्द्र प्रसाद जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी, कुमारी रीता सिंहा डीपीओ के साथ-साथ बाल विकास परियोजना पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।