Rabindra Nath Bhaiya: इक्कीसवीं सदी में शिक्षा का अर्थ केवल किताबी ज्ञान अथवा विषयवार जानकारी से नहीं बल्कि कंप्यूटर का मुक्कमल ज्ञान से है, इसलिए हर व्यक्ति को इस कंप्यूटर युग के साथ चलना होगा। नगर के नवीन नगर मोहल्ले में ज्ञानभारती स्कूल के सामने बी.एम.सी.आई. कंप्यूटर इंस्टिट्यूट का उद्घाटन करते हुए शिक्षाविद अवधेश कुमार एवं समाजसेवी मो. असगर अली ने उपर्युक्त बातें कही।
उन्होंने नई पीढ़ी के साथ-साथ प्रौढ़ लोगों को भी कंप्यूटर सीखने की सलाह देते हुए कहा कि अब कंप्यूटर जीवन की जरूरत बन गई है। बी.एम.सी.आई जैसे संस्थान न केवल बच्चों और युवाओं को बल्कि प्रौढ़ावस्था में भी लोगों को कंप्यूटर शिक्षा देने का बीड़ा उठाया है जो स्वागत योग्य है। खासकर किसी भी तरह की नौकरी या व्यवसाय में दक्ष होने के लिए जिस कम्प्यूर तकनीक की आवश्यकता होगी उसे इस संस्थान से सस्ता और शुलभ तरीके से प्राप्त किया जा सकता है।
संस्थान के प्रोप्राइटर गौरी शर्मा एवं शिक्षक शाहिद आलम ने बताया कि हमारी प्राथमिकता वंचित वर्ग के बच्चों को मामूली दर पर कंप्यूटर शिक्षा से जोड़कर दक्ष करना है। उद्घाटन समारोह में राजद के वरिष्ठ नेता अनिल प्रसाद सिंह, शशिभूषण शर्मा, नंदकिशोर बाजपेयी, सामाजिक कार्यकर्ता शम्भु विश्वकर्मा, पंकज यादव, मनीष कुमार, साहित्यकार अशोक समदर्शी समेत सैकड़ो लोग शामिल हुये।