-359240 परिवारों में सिर्फ 2852 परिवारों को मिला राशन
Rabindra Nath Bhaiya: गरीबों के घर चूल्हा जलाने की गारंटी माना जाने वाला पीडीएस राशन का वितरण भी अटक गया है। 6 डिग्री की भयानक ठंड के चलते घर से निकलना मुश्किल हो रहा है और मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है। ऊपर से पीडीएस डीलरों के हड़ताल के चलते सरकारी राशन भी नहीं मिल रहा है। जिले में 3 लाख 59 हजार राशन कार्ड धारी परिवार हैं, लेकिन इस माह अब तक सिर्फ 2852 परिवारों को राशन मिल पाया है। बाकी के करीब 3 लाख 56 हजार 400 परिवारों को राशन नहीं मिल पाया है। अधिकतर पीडीएस दुकानें बंद है। शनिवार को सिर्फ 118 लोगों को अनाज दिया जा सका। जिले में सरकारी राशन कार्ड वितरण के लिए जन वितरण प्रणाली की 1154 दुकानें हैं।
इनमें से लगभग 1100 पीडीएस दुकानें पर राशन का वितरण लगभग बंद है। डीलर संघ कि अपनी दलीलें हैं। दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना 32 महीने चलने के बाद बंद हो गई है। जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों को इस 32 महीने का या तो मार्जिन मनी नहीं मिला है या जिसे मिला है तो बेहद कम मिला है। इसके अलावा राज्य संघ के आह्वान पर जिले के डीलर भी 30000 मानदेय तय करने की मांग पर अड़े हैं। जनवितरण दुकानदारों की मांगों का क्या होगा यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन फिलहाल सरकार और डीलरों के बीच चल रहे इस रार के चलते गरीब परिवारों का निवाला अटक गया है।
डीलरों का आधा हो गया आवंटन:-
दरअसल पिछले लगभग ढाई साल से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना तथा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन दोनों योजनाओं से राशन कार्ड धारियों को अनाज मिल रहा था। इसके चलते प्रति व्यक्ति हर महीने 10 किलो अनाज का वितरण हो रहा था। इस लिहाज से आवंटन ज्यादा था तो डीलरों को मार्जिन मनी भी ज्यादा मिल रही थी। अब सरकार ने जनवरी माह से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना बंद कर दिया है और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत किया जाने वाला राशन वितरण मुफ्त कर दिया गया है। इसके चलते सभी डीलरों का आवंटन लगभग आधा हो गया है। अब प्रति डीलर 5 से 6 हजार की मार्जिन मनी डीलरों को मिल पाएगा है। इसी को लेकर डीलर संघ भड़क गया है और हड़ताल पर चला गया है।
किन मुद्दों को लेकर हड़ताल पर अड़े हैं डीलर:-
फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के नेता सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि हमारा आंदोलन पूरी तरह सफल है। हम लोग सरकार की नीतियों से ऊब चुके हैं। जिस तरह का आवंटन जनवरी से प्राप्त हो रहा है उसके अनुसार जिले में प्रति डीलर 60 क्विंटल अनाज वितरण करना होगा। 90 पैसे प्रति किलो कमीशन मिलता है। इस तरह एक डीलर को 5000 से 6000 कमीशन मिलेगा। इसी पैसे से तीन आदमी को काम करना पड़ता है। सिर्फ पांच से छह हजार के कमीशन एक डीलर और दो नॉमिनी कैसे काम करेंगे।
ऊपर से दुकान और गोदाम का किराया भी नहीं मिलता। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 32 महीने तक हम लोगों ने काम किया लेकिन उसका मार्जिन मनी अब तक नहीं मिला । जिसे मिला है बहुत कम मिला है। कोरोना काल में सब घर बैठ गए लेकिन डीलर ने जान हथेली पर लेकर काम किया और कई डीलर की मौत हुई। उनके आश्रितों को ना तो मुआवजा मिला और ना ही अनुकंपा मिली। अब हम लोग काम करने की स्थिति में नहीं है। सरकार 30000 रुपए मानदेय तय करें और बकाया मार्जिन मनी भुगतान करे।