Nawada/Rabindra Nath Bhaiya : जिले में सुखाड़ के बाद धान उत्पादन का असर साफ देखा जा रहा है. धान अधिप्राप्ति के मामले में जिला 26वें स्थान पर पहुंच गया है.
जिले के अधिकारी भले ही इसे कटनी में देरी का हवाला दे जिम्मेवार बता रहे हो लेकिन सच्चाई कुछ और है. जिले में समय पर खरीदारी तो शुरू हुई लेकिन धान अधिप्राप्ति की रफ्तार काफी सुस्त है. हालत यह है कि 21 दिनों में अब तक 10 % भी धान की खरीदारी नहीं हो सकी है. धान खरीद की रफ्तार इतनी सुस्त है कि पिछले साल शुरू से ही टॉप 10 में रहने वाला नवादा इस बार 26 वें नंबर पर है.
धान खरीदारी में उदासीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धान की खरीद के लिए जिन 168 पैक्सों और व्यापार मंडलों का चयन हुआ है उनमें से 31 समितियों में धान क्रय शुरू भी नहीं हो पाया है. विभागीय पोर्टल पर अपलोड डाटा के अनुसार जिले में धान की खरीदारी के लिए 166 पैक्सों और 2 व्यापार मंडलों सहित 168 समितियों का चयन किया गया है. इनमें से 137 पैक्सों में धान की खरीदारी शुरू हो पाई है. अबतक समितियों में 473 किसानों से 3770.11 एमटी धान खरीदा गया है. यह प्रदर्शन काफी कमजोर है.
कहीं धान में नमी तो कहीं धान की कटाई कम होने की बात कह जिम्मेवार अधिकारी पल्ला झाड़ रहे हैं जबकि जिले भर में बड़े पैमाने पर बिचौलियों द्वारा धान की खरीदारी की जा रही है.
जिस तरह बिचौलिए गांव में जाकर धान की खरीदारी कर रहे हैं उससे यह साफ है कि आने वाले दिनों में बिचौलियों के माध्यम से ही समितियों में धान जाएगा और लक्ष्य को पूरा किया जाएगा. जैसा कि अबतक होता आ रहा है.