यात्रियों से मनमाने ढंग से वसूला जा रहा बसों का किराया, संचालकों पर कार्रवाई नहीं

नवादा
  • 1.5 रुपए प्रति किलो मानक बस भाड़ा
  • 10 किमी का किराया 30 रुपया

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) बस और ऑटो सेवा पब्लिक परिवहन की लाइफ लाइन है और जिले में हर दिन हजारों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। इसके किराया से हर दिन लाखों का कारोबार होता है। लेकिन नवादा में बस और ऑटो का किराया अनियंत्रित है। ना कोई मापदंड ना कोई निर्देश का पालन। जिस रूट में जैसे मन आया बस संचालक और स्टाफ ही किराया तय कर देते हैं। कई जगह तो ऐसा है कि 10-12 किलोमीटर के बदले 30 रुपया किराया वसूला जा रहा है। आमतौर पर सामान्य बस सेवा में 1.5 रुपए प्रति किलोमीटर किराया वसूले जाने का प्रावधान है लेकिन यहां 1 किलोमीटर पर 3 रुपए तक वसूला जा रहा है। छोटे रूट पर तो 5 किलोमीटर का किराया 20 रुपए तक है। इसके पीछे वाहन मालिक डीजल की मूल्य वृद्धि को कारण बताते हैं।

डीजल की कीमत में बेतहाशा वृद्धि होने के बाद पैसेंजरों की जेब ढीली हो रही है। पैसेंजर वाहनों ने भाड़ा लगभग दोगुना कर दिया है। बस संचालकों के द्वारा मनमाने ढंग से किराये में वृद्धि कर दी गई है। राज्य में सक्षम प्राधिकार द्वारा साधारण बसों में उपलब्ध सीटों के आधार पर यात्रियों के लिए 1.5 रुपए प्रति किमी, डीलक्स बसों के लिए 1.7 रुपए, डीलक्स बस सेवाओं के लिए 2 रुपए और वोल्वो तथा मर्सिडीज बस सेवाओं के लिए 2.5 रुपए प्रति किमी दर निर्धारित किया है। साथ ही नगरीय सेवा के लिए प्रथम 04 किमी के लिए 1.6 रुपए तो उससे अधिक दूरी के लिए 15 रुपए प्रति किमी का रेट तय है। साधारण बस में नवादा से हिसुआ जाने पर 13 किमी का भाड़ा 20 रुपए होनी चाहिए। जबकि बस संचालक अभी 30 रुपए लेते हैं।

जिले के हर रूट पर बढ़ा मनमाना किराया:-
जिले के अलग-अलग रूटों पर दूरी भले चाहे जो हो लेकिन किराया सब जगह अनियंत्रित है। 6 माह पूर्व हिसुआ से नवादा का किराया 15 रूपया लगता था जो अब 30 रूपया देना पङता है । इसी तरह हिसुआ से नारदीगंज, राजगीर, बिहार, पटना, गया का किराया क्रमशः 15, 30,60,120 एवं 50 रूपया लगता था जो अब क्रमशः 30,50,80, 160, एवं 80 रूपया लिया जाता है।

उन्होंने कहा कि इतना बढ़े किराये पर आये दिन बस के संचालक एवं यात्री के साथ कहासुनी होते रहता है। जब यात्री द्वारा इतना किराया देने से इनकार किया जाता है तो वाहन के कर्मचारियों द्वारा अभद्रता से पेश आता है। कभी बकझक तो मारपीट कि शिकायत मिलती है।

डीजल के दाम बढ़ने के बहाने बढ़ता है किराया:-
नवादा से पटना जाने आने वाले पैसेंजर रौशन कुमार बताते हैं कि एक साल में डीजल के दाम में 15-17 रुपए प्रति लीटर के दर से वृद्धि हुई है। लेकिन किराये में दोगुना वृद्धि की गई है। अविनाश कि मानें तो बस में कोई किराया कंफर्म नहीं है। जब मन आता है तब नवादा से पटना का किराया 20 – 30 रुपया बढ़ा दिया जाता है। लगातार डीजल-पेट्रोल के दाम बढने के साथ ही किराए में डीजल वृद्धि के रेट से भी दुगने रफ्तार से बढा दिया जा रहा है। नवादा से गया की दूरी 55 किलोमीटर है लेकिन इसके लिए 100 वसूला जा रहा है।

निर्धारित भाड़ा की कोई तालिका नहीं:-
सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि परिवहन विभाग द्वारा बस पड़ाव में किराया निर्धारण की सूची तक नहीं लगाई गई है। इसके कारण यात्रियों को किराया दर का पता नहीं चल पा रहा है। अधिकारियों द्वारा वाहन संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किया जा रहा है। ऐसे में वाहन संचालकों की मनमौजी है। वाहनों के किराये में अप्रत्याशित वृद्धि होने से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।