नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली पुलिस की दोहरा चरित्र सामने आया है. प्रखंड क्षेत्र के अमांवा गांव में दो समुदाय के बीच हुई 26 अप्रैल को हुई मारपीट की घटना में महादलित के जख्मी होने के छह दिन बाद आखिरकार प्राथमिकी दर्ज की. बताया जाता है कि अमांवा गांव में 26 को उर्स का आयोजन किया जा रहा था. इस क्रम में दो गांवों अमांवा व लक्ष्मीबिगहा के दो समुदायों के बीच कुछ बातों को लेकर मारपीट की घटना में दोनों पक्षों के कई लोग जख्मी हो गये थे.
तब पुलिस ने महफूज आलम के बयान पर दर्ज कांड संख्या 250/23 में 19 को नामजद अभियुक्त बनाया था. इस बीच गंभीर रूप से जख्मी हीरा राजवंशी जिसे चिंताजनक हालत में पावापुरी बिम्स स्थानांतरित की पत्नी दुलारी कुमारी प्राथमिकी के लिए रजौली थाने से लेकर हरिजन थाने का चक्कर लगाती रही लेकिन कहीं प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई.
आखिरकार रजौली एसडीपीओ पंकज कुमार ने मामले को गंभीरता से लिया तब कहीं जाकर एक मई यानी की घटना के छह दिन बाद कांड संख्या 265/23 दर्ज किया जा सका. इस प्रकार रजौली पुलिस का दोहरा चरित्र सामने आया है. उक्त प्राथमिकी में मो साजिद समेत 13 को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.