सीतामढ़ी मेला में जन सम्पर्क विभाग ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को किया जागरूक

नवादा

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) उदिता सिंह जिला पदाधिकारी के आदेश के आलोक में बिहार सरकार के कल्याणकारी योजनाओं को व्यापक प्रचार-प्रसार करने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन एवं फ्लैक्सी का संस्थापन कराया जा रहा है। मेसकौर प्रखंड स्थित ऐतिहासिक रामायण काल के पावन भूमि सीतामढ़ी में अगहण पूर्णिमा से बृहद मेला का आयोजन का शुभारम्भ हो गया जो एक पक्ष तक चलेगा। सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उत्कृष्ठ कलाकारों के द्वारा बाल विवाह की रोकथाम, नशाबंदी, जल जीवन हरियाली अभियान आदि योजनाओं के बारे में गीत-संगीत एवं नाटक के द्वारा स्थानीय नागरिकों को स्थानीय भाषा में जागरूक किया जा रहा है।

जरासंघ मंदिर, राजवंशी मंच मंदिर एवं चैधरी मंच के पास नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। सत्येंद्र प्रसाद डीपीआरओ ने बताया कि गीत-संगीत के माध्यम से स्थानीय लोगों को बताया गया कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा सामाजिक कुरीतियां हैं, जो बच्चियों एवं महिलाओं को विकास में बाधक बन रही है। इससे बालिकाओं के शारीरिक एवं मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसके अलावे बालिकाओं के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। बालिकाएं कम उम्र के कारण परिवार के निर्णय में अपना पक्ष नहीं रख पाती हैं और गर्भधारण उनकी मजबूरी हो जाती है।

नाटक के माध्यम से बताया गया कि हम सब का है एक ही सपना, बाल विवाह मुक्त बिहार हो अपना।स्थानीय नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों को नाटक के माध्यम से संदेश दिया गया कि बेटे और बेटीयों को पढ़ाएं और उनका भविष्य उज्ज्वल बनायें। 21 वर्ष के लड़के और 18 वर्ष से कम उम्र की लड़की की शादी बाल विवाह है जो कानूनी अपराध है। जिसके तहत् माता-पिता को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत् कानूनन अपराध है।

बिहार से बाल विवाह को मुक्त करने के लिए बिहार सरकार के द्वारा कई अभियान चलाये गए हैं। बेटीया मेरी अभी पढ़ेगी, बाल विवाह की सूली नहीं चढ़ेगी। प्रदर्शन स्थल पर दर्शकों की भीड़ उमड़ पड़ी। सभी दर्शक नुक्कड़ नाटक देखकर मंत्र मुग्ध हो गये। नाटक के उपरान्त नुक्कड़ नाटक के टीम लीडीर बिनोद सिंह ने स्थानीय दर्शकों को संकल्प दिलाया कि हम अपने बाल बच्चों को बाल विवाह नहीं करेंगे और पढ़ा लिखाकर योग्य नागरिक बनायेंगे। नुक्कड़ नाटक के प्रदर्शन में सहयोगी कलाकार कीर्ति कुमारी, मुन्नी कुमारी, अजय सिंह, अखिलेष कुमार, अविनाष कुमार, राजकुमार, संतोष कुमार, विक्की कुमार आदि थे।