11 राइफलों की सलामी से आर्मी जवान को दी अंतिम विदाई, ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा आसमान

नवादा

नवादा (रवीन्द्र नाथ भैया) जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड क्षेत्र के मरुई पंचायत की जागीर गांव निवासी आर्मी जवान मदन कुमार (35) की मौत लखनऊ में हो गई, वे कानपुर में पदस्थापित थे। दो साल से कैंसर से जूझ रहे जवान का शव जब सुबह सेना की गाड़ी से तिरंगे में लिपटकर गांव पहुंचा तो पूरे गांव में मातम पसर गया। जवान के पार्थिव शरीर को देखने के लिए आस-पास के गांवों से भी लोगों की भीड़ अंतिम विदाई में शामिल होने उमड़ पड़ी।

जवान की अंतिम विदाई के मौके पर भारत माता की जय के नारों से इलाका गुंजायमान हो रहा था। लखनऊ से साथ आए सेना के जवानों ने सेना की गाड़ी से उतारने के बाद शव को अपने कंधों पर उठा कर मृतक के घर तक पहुंचाया। इस दृश्य को देखकर हर किसी की आंखे नम थीं। मृतक जवान की पत्नी नूतन, बेटे हिमांशु और पियांसु कुमार का रो-रोकर बुरा हाल था, जि‍न्‍हें सभी सांत्वना दे रहे थे।

जवान का अंतिम संस्कार गांव के ही पोखरा घाट स्थित श्‍मशान घाट पर किया गया। मृतक के बड़े बेटे हिमांशु ने जवान की चिता को मुखाग्नि दी। मौके पर उपस्थित आर्मी के जवानों ने ग्यारह राइफलों से सलामी देकर मृतक जवान को अंतिम विदाई दी। मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के अलावा गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।