Nawada, Rabindra Nath Bhaiya: जिले व जिले के बाहर के पर्यटक इस बार नव वर्ष के मौके पर भी ककोलत जल प्रपात का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे। क्योंकि अभी भी यहां पर्यटकों के आगमन पर रोक है और वन विभाग द्वारा आगे के लिए भी रोक लगाए रखने का निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिया है। बिहार का कश्मीर कहा जाने वाला ककोलत जलप्रपात में विगत 6 माह से पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर बैरियर लगाया हुआ है ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। बरसात के मौसम में बाढ़ के कारण 3 महीने तक वरीय पदाधिकारी के दिशा निर्देश पर पर्यटकों को आने पर रोक लगाया गया था। बरसात समाप्त होने के बावजूद भी रोक लगा हुआ है।
ककोलत का जायजा लेने पहुंचे वन प्रमंडल पदाधिकारी संजीव रंजन ने बताया कि ककोलत का सीढ़ी क्षतिग्रस्त हो गया है। जगह-जगह पत्थर गिरे पड़े हैं। पर्यटकों को आने जाने में परेशानी होगी। कई जगह पत्थर गिरने की आशंका भी जताई जा रही है। इन सारी समस्याओं को देखते हुए सरकार के दिशा निर्देश पर बैरियर लगाया गया है ताकि पर्यटक सुरक्षित रहें। कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर पुलिस को भी तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि ककोलत में निर्माण कार्य पूरा किए जाने के बाद बैरियर को हटाया जा सकता है। मौके पर फॉरेस्टर अरविंद कुमार रजक, दीपक कुमार के अलावा कई अन्य कर्मी भी मौजूद रहे। इस बीच मौजूद पर्यटक हिदायत अली खान, रेशमा कुमारी, सुजीत कुमार आदि ने बताया कि बैरियर लगाने की जरूरत अब नहीं है। इससे बाहर से आने वाले पर्यटकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है.